खेरागढ़ में कान्हा गौशाला का उद्घाटन, सुधीर गर्ग ने किया शुभारंभ
चेयरमैन सुधीर गर्ग गुड्डू ने किया कान्हा गौशाला का उद्घाटन: गौवंश को मिलेगा सुरक्षित स्थान

चेयरमैन सुधीर गर्ग गुड्डू ने किया कान्हा गौशाला का उद्घाटन : खेरागढ़ में गौवंश को मिला सुरक्षित आश्रय स्थल
एस. शेरवानी (ब्यूरो चीफ़) –
खेरागढ़ (आगरा)। नगर पंचायत खेरागढ़ की एक ऐतिहासिक और प्रेरणादायी पहल के तहत ग्राम विधौली में कान्हा गौशाला का भव्य उद्घाटन सोमवार को नगर पंचायत चेयरमैन सुधीर गर्ग गुड्डू द्वारा विधिवत रूप से किया गया। इस गौशाला के उद्घाटन ने खेरागढ़ क्षेत्र के लिए न केवल एक संरचनात्मक पहल का मार्ग प्रशस्त किया है, बल्कि सामाजिक, धार्मिक और सांस्कृतिक जिम्मेदारियों को भी मजबूती से रेखांकित किया है।
गौवंश के लिए सुरक्षित आश्रय – कान्हा गौशाला का उद्घाटन
यह गौशाला नगर पंचायत खेरागढ़ की भूमि पर निर्मित की गई है, जहां अब तक सड़कों और गलियों में भटकते बेसहारा गौवंश को आश्रय मिलेगा। चेयरमैन सुधीर गर्ग गुड्डू ने उद्घाटन अवसर पर कहा, “यह केवल एक प्रशासनिक कार्य नहीं है, बल्कि हमारी संस्कृति, आस्था और सामाजिक जिम्मेदारी से जुड़ा एक गंभीर प्रयास है।” उन्होंने बताया कि नगर क्षेत्र में वर्षों से आवारा घूम रहे गौवंश की समस्या को देखते हुए इस गौशाला की परिकल्पना की गई थी, जिसे अब धरातल पर साकार कर दिया गया है।
धार्मिक आस्था और गौसेवा का सुंदर संगम : मंदिर की स्थापना
कान्हा गौशाला की विशेषता यह है कि इसके परिसर में एक भव्य मंदिर का भी निर्माण किया गया है, जिसमें भगवान श्रीकृष्ण और कामधेनु गाय की मूर्तियाँ स्थापित की गई हैं। इस मंदिर की स्थापना का उद्देश्य धार्मिक आस्था को गौसेवा से जोड़ना है, ताकि समाज के सभी वर्ग भावनात्मक रूप से जुड़कर इस पुण्य कार्य में भागीदार बन सकें।
स्थानीय निवासियों और उपस्थित अतिथियों ने मंदिर की इस स्थापना को अत्यंत सराहनीय और प्रेरणादायक बताया। उन्होंने कहा कि जब सेवा कार्य आस्था से जुड़ जाता है, तो उसका प्रभाव और सहभागिता दोनों ही व्यापक हो जाते हैं।
गौशाला में मूलभूत सुविधाओं का समुचित प्रबंध
कान्हा गौशाला में चारे, पानी, छाया और पशु चिकित्सा जैसी सभी आवश्यक सुविधाओं की व्यवस्था की गई है। गौवंश के लिए साफ-सुथरा, छायादार और सुरक्षित वातावरण उपलब्ध कराया गया है, जिससे उनकी देखभाल और संरक्षण प्रभावी ढंग से किया जा सके।
इस अवसर पर अधिशासी अधिकारी मोहम्मद रजा, नगर पंचायत के वार्ड सदस्यगण, स्थानीय ग्रामीण, स्वयंसेवी संगठनों के कार्यकर्ता और कई गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। सभी ने इस पहल को नगर पंचायत द्वारा उठाया गया एक अत्यंत सराहनीय कदम बताया।
स्थानीय जनता में हर्ष और समर्थन
विधौली ग्राम और आसपास के क्षेत्र के निवासियों ने गौशाला और मंदिर निर्माण पर अत्यंत हर्ष व्यक्त किया। स्थानीय महिला मंगल दल, युवा मंडल और ग्रामीणों ने कार्यक्रम में बढ़-चढ़कर भाग लिया। लोगों ने इसे ‘गौ संरक्षण की दिशा में मील का पत्थर’ बताते हुए चेयरमैन सुधीर गर्ग गुड्डू का आभार जताया।
गौसेवा को मानवता की सेवा बताया
उद्घाटन समारोह के दौरान वक्ताओं ने कहा कि गौसेवा, वास्तव में मानवता की सेवा है। एक जीव मात्र की सेवा करना किसी भी धर्म और संस्कृति की सबसे बड़ी शिक्षा है। गौवंश हमारी परंपरा, कृषि और ग्रामीण जीवन का अभिन्न हिस्सा हैं। ऐसे में उनका संरक्षण और देखभाल हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है।
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चेयरमैन सुधीर गर्ग का अपील – जुड़ें गौसेवा अभियान से
चेयरमैन सुधीर गर्ग गुड्डू ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा, “गाय हमारे जीवन और संस्कृति की आत्मा है। नगर पंचायत का यह प्रयास तभी सार्थक होगा जब समाज का हर वर्ग इसमें सहभागी बनेगा। मैं सभी नागरिकों से अपील करता हूं कि वे इस पुण्य कार्य में तन, मन और धन से योगदान करें और बेसहारा गायों की देखभाल में सहयोग दें।”
उन्होंने बताया कि भविष्य में इस गौशाला का विस्तार भी किया जाएगा और गौसंरक्षण केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा, जहां न केवल आश्रय, बल्कि गौवंश से जुड़ी विभिन्न गतिविधियाँ, जैविक खाद, पंचगव्य उत्पाद और ग्रामीण रोजगार की दिशा में कार्य होगा।
गौशाला विकास का मॉडल बनेगा विधौली
नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी मोहम्मद रजा ने जानकारी दी कि यह कान्हा गौशाला अब एक मॉडल गौशाला के रूप में विकसित की जाएगी। यहां रखे गए पशुओं की नियमित जांच, टीकाकरण और पोषण व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। साथ ही, स्थानीय युवाओं को पशुसेवा से जुड़ने के लिए प्रेरित किया जाएगा जिससे उन्हें स्थानीय स्तर पर रोजगार भी मिल सकेगा।
निष्कर्ष
खेरागढ़ में कान्हा गौशाला का उद्घाटन केवल एक गौशाला का शुभारंभ नहीं, बल्कि एक भावनात्मक और सांस्कृतिक अभियान की शुरुआत है। चेयरमैन सुधीर गर्ग गुड्डू और नगर पंचायत की इस पहल ने न केवल प्रशासनिक दूरदर्शिता को दर्शाया है, बल्कि क्षेत्रवासियों को एकजुट होकर गौ संरक्षण की दिशा में कार्य करने के लिए प्रेरित भी किया है। गौशाला और मंदिर की यह सम्मिलित संरचना भविष्य में गौसेवा के प्रतीक स्थल के रूप में जानी जाएगी।
खेरागढ़ के लिए यह एक नई शुरुआत है—संरक्षण, सेवा और संस्कृति की ओर बढ़ता हुआ कदम।
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