चंबल नदी के बढ़ते जलस्तर पर डीएम ने किया निरीक्षण
डीएम ने किया, चंबल नदी निरीक्षण

चंबल नदी के बढ़ते जलस्तर को लेकर डीएम अलर्ट, उमरैठा पुरा गांव का किया निरीक्षण
एस. शेरवानी (ब्यूरो चीफ़) –
आगरा, 28 जुलाई 2025
आगरा जनपद के तटवर्ती क्षेत्रों में चंबल नदी के जलस्तर में लगातार हो रही वृद्धि के बीच प्रशासनिक सतर्कता तेज कर दी गई है। इसी क्रम में जिलाधिकारी अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने सोमवार को चंबल नदी तटवर्ती गांव उमरैठा पुरा का स्थलीय निरीक्षण कर बाढ़ की आशंका वाले क्षेत्रों का जायजा लिया। डीएम ने मौके पर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए ग्रामीणों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता पर रखने को कहा।
कोटा बैराज से छोड़े गए पानी ने बढ़ाया खतरा
बताया गया कि कोटा बैराज से भारी मात्रा में पानी छोड़ा गया है, जिसके कारण चंबल नदी का जलस्तर तेजी से बढ़कर 123 मीटर तक पहुँच गया है। जबकि इस नदी का खतरे का निशान 130 मीटर है। यानि अब यह केवल 7 मीटर नीचे है। प्रशासन इसे गंभीर चेतावनी की स्थिति मानकर हाई अलर्ट मोड में आ गया है।
डीएम बंगारी ने कहा,
“हमारी प्राथमिकता है कि किसी भी स्थिति में जान-माल का नुकसान न हो। ग्रामीणों को समय रहते सुरक्षित स्थानों पर ले जाने की तैयारी पूरी है। बाढ़ चौकियां सक्रिय कर दी गई हैं।”
बनाए गए आठ बाढ़ चौकी केंद्र
बाढ़ से प्रभावित संभावित क्षेत्रों में प्रशासन ने आठ बाढ़ चौकियां स्थापित की हैं। इन चौकियों पर लेखपाल, कानूनगो और पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है ताकि स्थिति पर चौबीसों घंटे निगरानी रखी जा सके। आपातकालीन राहत सामग्री, नावें और स्वास्थ्य सेवाएं भी तैयार रखी गई हैं।
साथ ही, गांववासियों को चंबल नदी के किनारे न जाने की सख्त हिदायत दी गई है। लगातार मुनादी और लाउडस्पीकर के माध्यम से सूचना प्रसारण किया जा रहा है।
स्टीमर सेवा अस्थायी रूप से बंद
चंबल नदी में जलस्तर के साथ-साथ तेज बहाव और उफान को देखते हुए स्टीमर सेवा को भी तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया गया है। नदी पार करने या आवागमन में इसका इस्तेमाल अब सुरक्षा कारणों से रोक दिया गया है। प्रशासन द्वारा वैकल्पिक मार्गों से यातायात सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
डीएम ने लिया व्यवस्थाओं का जायजा
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने बाढ़ चौकियों पर तैनात कर्मचारियों से भी संवाद किया और व्यवस्थाओं की वस्तुस्थिति जानी। उन्होंने जलभराव से बचाव हेतु रेत की बोरियों की व्यवस्था, नावों की स्थिति, आपातकालीन संपर्क नंबरों की उपलब्धता जैसी व्यवस्थाओं का परीक्षण किया।
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स्वास्थ्य और राहत विभाग को निर्देश
डीएम बंगारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी (CMO) को निर्देशित किया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में चिकित्सकीय टीमों को अलर्ट मोड पर रखा जाए। दवा किट, बुखार, दस्त व संक्रमण की दवाएं, ORS पाउडर आदि पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध रखे जाएं। साथ ही, राहत शिविर की संभावनाओं पर भी विचार किया जा रहा है।
ग्रामीणों से की शांति बनाए रखने की अपील
उमरैठा पुरा के ग्रामीणों से बातचीत करते हुए डीएम ने कहा कि प्रशासन पूरी तरह से तैयार है और घबराने की आवश्यकता नहीं है। समय रहते सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। किसी भी आपदा से निपटने के लिए राजस्व, आपदा प्रबंधन, सिंचाई, स्वास्थ्य व पुलिस विभाग की टीमों को सक्रिय कर दिया गया है।
स्थिति की निगरानी हेतु कंट्रोल रूम सक्रिय
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जिला प्रशासन द्वारा बाढ़ की स्थिति पर नजर रखने के लिए 24×7 कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है।
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जनता किसी भी आपातकालीन स्थिति में आपदा नियंत्रण केंद्र से संपर्क कर सकती है।
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प्रशासन द्वारा वाट्सएप ग्रुप और जिला वेबसाइट के माध्यम से भी अपडेट साझा किए जा रहे हैं।
निष्कर्ष: प्रशासन पूरी तरह चौकस, आमजन सहयोग करें
चंबल नदी के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए प्रशासन पूरी तरह सजग और तैयार है। जिलाधिकारी का त्वरित निरीक्षण और व्यवस्थाओं की समीक्षा दर्शाता है कि किसी भी आपात स्थिति में प्रशासन अलर्ट मोड में है। आम नागरिकों को चाहिए कि वे प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और नदी के पास न जाएं।