KHERAGARH- भारतीय वायुसेना जवान लाखन सिंह लोधी राजपूत का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ हुआ, गांव में उमड़ा जनसैलाब
भारतीय वायुसेना के जवान का राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार

एस. शेरवानी (ब्यूरो चीफ़) –
खेरागढ़/आगरा। भारतीय वायुसेना जवान का अंतिम संस्कार बुधवार को उनके पैतृक गांव खानपुर, आगरा में पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया। वायुसेना में सेवारत 35 वर्षीय जवान लाखन सिंह लोधी राजपूत का पार्थिव शरीर जैसे ही तिरंगे में लिपटकर गांव पहुंचा, समूचा क्षेत्र शोक में डूब गया। ग्रामीणों और परिजनों ने नम आंखों से उन्हें अंतिम विदाई दी।
जवान लाखन सिंह लोधी राजपूत का अंतिम संस्कार गांव के ही कागारौल मार्ग स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के पास खाली पड़ी राजकीय भूमि पर किया गया। उनके पुत्र ने उन्हें मुखाग्नि दी। अंतिम यात्रा में हजारों की संख्या में क्षेत्रीय लोग, रिश्तेदार, राजनीतिक प्रतिनिधि और वायुसेना के अधिकारी शामिल हुए।
तिरंगा यात्रा में गांव पहुंचा वीर सपूत का पार्थिव शरीर
भारतीय वायुसेना जवान का शव बुधवार सुबह गांव में तिरंगा यात्रा के रूप में पहुंचा। जैसे ही वाहन गांव की सीमाओं पर पहुँचा, लोगों की भीड़ ने भारत माता की जय, वंदे मातरम् और जवान अमर रहें के नारों से वातावरण को देशभक्ति से सराबोर कर दिया। लोगों ने पुष्प वर्षा कर वायुसेना जवान का स्वागत किया।
भारतीय वायुसेना जवान का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ संपन्न
पोस्टमार्टम के बाद जवान का पार्थिव शरीर जलंधर कैंट (पंजाब) से आगरा जिले के खानपुर गांव लाया गया। अंतिम संस्कार के समय भारतीय वायुसेना के अधिकारियों ने गार्ड ऑफ ऑनर देते हुए तिरंगा उनके परिवार को सौंपा। इस दौरान देश के इस वीर सपूत को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
राजनीतिक व सामाजिक प्रतिनिधियों ने दी श्रद्धांजलि
अंतिम संस्कार कार्यक्रम में क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि व गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित रहे। जिला पंचायत सदस्य अनिल कुमार शर्मा, अर्जुन सिंह लोधी, कांग्रेस जिला अध्यक्ष रामनाथ सिंह सिकरवार सहित सैकड़ों लोग श्रद्धांजलि अर्पित करने पहुंचे। उन्होंने कहा कि लाखन सिंह लोधी राजपूत की वीरगति पूरे देश का गौरव है और उनका बलिदान हमेशा याद रखा जाएगा।
गांव में पसरा मातम, हर आंख नम
भारतीय वायुसेना जवान का अंतिम संस्कार होते ही पूरे गांव का माहौल गमगीन हो गया। पड़ोसी, रिश्तेदार और परिवार के लोग लाखन सिंह की अंतिम यात्रा में फूट-फूट कर रोते नजर आए। गांव की महिलाओं ने अपने घरों के बाहर दीप जलाकर श्रद्धांजलि दी।
लाखन सिंह लोधी की सेवा यात्रा
भारतीय वायुसेना जवान लाखन सिंह लोधी राजपूत ने अपने जीवन के कीमती वर्षों को देश सेवा में समर्पित किया। वे जलंधर कैंट में पदस्थापित थे और वायुसेना में विभिन्न ऑपरेशनों में उनकी भूमिका अहम रही। एक अनुशासित, निष्ठावान और देशभक्त सैनिक के रूप में वे हमेशा याद किए जाएंगे।
परिवार को सौंपा गया तिरंगा
अंतिम संस्कार से पूर्व भारतीय वायुसेना के अधिकारियों द्वारा परिवार को राष्ट्रध्वज तिरंगा सौंपा गया, जो उनके बलिदान और समर्पण का प्रतीक था। वायुसेना की सलामी के साथ जवान को अंतिम विदाई दी गई।
स्थानीय लोगों ने की सम्मान की मांग
इस मौके पर ग्रामीणों ने शासन से मांग की कि भारतीय वायुसेना जवान के नाम पर गांव में एक स्मारक या गेट का निर्माण कराया जाए, जिससे आने वाली पीढ़ियाँ उनके बलिदान को याद रखें। इसके साथ ही परिवार को सरकारी सहायता और सम्मानजनक पेंशन देने की मांग भी उठी।
वीर शहीद की अंतिम विदाई में उमड़ा जनसैलाब
गांव खानपुर और आसपास के क्षेत्रों से बड़ी संख्या में लोग अंतिम यात्रा में शामिल होने पहुंचे। अंतिम संस्कार स्थल तक पहुंचने के लिए लोगों को घंटों पैदल चलना पड़ा, लेकिन देशभक्ति और श्रद्धा के भाव ने सभी को एक कर दिया।
सैकड़ों लोग हुए गवाह, नेताओं ने की भावुक अपील
महेश गर्ग, पुरन सिंह, कमल सिंह, गोपाल भगत, राजवीर सिंह, रवि लोधी राजपूत, सोनू कुमार, जगदीश कुमार, तोता राम जैसे स्थानीय नेताओं और समाजसेवियों ने श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि लाखन सिंह जैसे बहादुर सैनिकों की वजह से ही देश की सीमाएं सुरक्षित हैं। सरकार को ऐसे सैनिकों के परिवार की सुरक्षा व आर्थिक सहायता को सर्वोच्च प्राथमिकता देनी चाहिए।
निष्कर्ष: देश के लिए समर्पित रहा जवान का जीवन
भारतीय वायुसेना जवान लाखन सिंह लोधी राजपूत का जीवन देश सेवा और कर्तव्यनिष्ठा का प्रतीक रहा। उनका बलिदान पूरे समाज के लिए प्रेरणा है। तिरंगे में लिपटा उनका पार्थिव शरीर जब अंतिम बार पंचतत्व में विलीन हुआ, तब हर आंख नम और हर हृदय गर्व से भरा हुआ था। उनके नाम और बलिदान को इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा।