इंडियामुंबई

संवाद से समाधान : 2025 मुंबई में भगवान महावीर के सिद्धांतों पर आधारित ऐतिहासिक कार्यक्रम ने जगाई सामाजिक समरसता की नई आशा

मुंबई में हुआ धर्म, शासन और समाज का अद्वितीय संगम

मुंबई (अनिल बेदाग):
देश की आर्थिक और औद्योगिक राजधानी मुंबई की पावन भूमि पर एक ऐतिहासिक और प्रेरणादायक कार्यक्रम का भव्य आयोजन हुआ — “संवाद से समाधान: एक परिचर्चा”, जिसका उद्देश्य था समाज, शासन और धर्म के बीच एक ऐसा सार्थक संवाद स्थापित करना जो अहिंसा, समता, सत्य और अपरिग्रह जैसे भगवान महावीर के शाश्वत सिद्धांतों पर आधारित हो। यह भव्य आयोजन महावीरायतन फाउंडेशन के तत्वावधान में यशवंतराव चव्हाण सभागृह में सम्पन्न हुआ, जिसने समाज के हर वर्ग को गहराई से प्रभावित किया।

प्रेरणास्रोत बने श्रद्धेय देवेंद्र ब्रह्मचारी

इस आयोजन के प्रेरणास्रोत और परिकल्पनाकार थे श्रद्धेय श्री देवेंद्र ब्रह्मचारी जी, जिन्होंने इस अंतरधार्मिक संवाद को संस्कृति, शांति और समाधान की ऊर्जा से ओत-प्रोत किया। यह कार्यक्रम न केवल धार्मिक, बल्कि सामाजिक और राष्ट्रीय एकता और सद्भावना का जीवंत उदाहरण बन गया।

ओम बिरला ने दिया लोकतंत्र में संवाद का संदेश

इस आयोजन के मुख्य अतिथि भारतीय लोकसभा के अध्यक्ष माननीय श्री ओम बिरला जी रहे, जिन्होंने अपने प्रभावशाली संबोधन में कहा “सम्यक दर्शन, सम्यक ज्ञान और सम्यक चरित्र के साथ किया गया संवाद ही हर समस्या का समाधान है। भारत की लोकतांत्रिक परंपरा हमें एक-दूसरे को सुनने और सम्मानपूर्वक संवाद स्थापित करने की शक्ति देती है। जब विश्व अशांति की ओर बढ़ रहा है, तब भारत संवाद को समाधान का सेतु मानता है — यही हमारी संविधानिक और सांस्कृतिक ताकत है।”

श्री बिरला ने कार्यक्रम को “ज्ञानपूर्ण और कालसंगत” बताते हुए महावीरायतन फाउंडेशन की इस पहल की भूरि-भूरि प्रशंसा की।

http://Samvaad se Samadhan”: Om Birla’s Call for Harmony at Mahavira-Themed Discourse in Mumbai

मंच पर उपस्थित रहे कई विशिष्ट जन-प्रतिनिधि

इस गरिमामयी अवसर पर महाराष्ट्र सरकार के कैबिनेट मंत्री श्री मंगल प्रभात लोढ़ा, राज्यसभा सांसद श्री मिलिंद देवरा, और महाराष्ट्र विधान परिषद के सभापति श्री राम शिंदे जी भी विशेष अतिथि के रूप में मंच पर उपस्थित रहे।

  • श्री मंगल प्रभात लोढ़ा जी ने कहा:

    “आज जिन मूल्यों को हम केवल पुस्तकों में पढ़ते हैं, उन्हें हमने इस मंच पर जीवंत रूप में देखा। भगवान महावीर के सिद्धांतों को जन-जन तक पहुँचाने का यह माध्यम अत्यंत प्रभावशाली है।”

  • श्री मिलिंद देवरा जी ने अपने विचार रखते हुए कहा:

    “भारत की शक्ति उसकी विविधता में है, और यह विविधता जब संवाद के माध्यम से जुड़ती है, तभी राष्ट्रीय एकता और भाईचारे की नींव मजबूत होती है।”

  • श्री राम शिंदे जी ने कहा “ऐसे आयोजन राजनीतिक वैचारिक शुद्धता के साथ-साथ सामाजिक समरसता के भी पोषक होते हैं।”

कार्यक्रम की शुभ शुरुआत

कार्यक्रम की शुरुआत भगवान महावीर के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन और मंगलाचरण से हुई। श्रद्धेय देवेंद्र ब्रह्मचारी जी ने माननीय लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिरला जी का पगड़ी व शाल पहनाकर स्वागत किया, जो भारतीय संस्कृति की गरिमा को प्रदर्शित करता है।

अन्य अतिथियों का स्वागत महावीरायतन फाउंडेशन की ओर से श्री के.सी. जैन, श्री तरुण काला, श्री पवन जैन और श्री महेंद्र तुरकिया ने किया।

समाज सेवा रत्न सम्मान और सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ

कार्यक्रम में समाज सेवा, शिक्षा, पर्यावरण और सांस्कृतिक संरक्षण जैसे क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान देने वाले व्यक्तित्वों को “समाज सेवा रत्न सम्मान” से सम्मानित किया गया।

पद्मश्री डॉ. सोमा घोष की शास्त्रीय संगीतमय प्रस्तुति ने उपस्थित हज़ारों दर्शकों को भक्ति और भावनाओं से आप्लावित कर दिया। कार्यक्रम में लघु नाटिकाएं, भक्ति गीत, और संवाद सत्र भी शामिल रहे, जिन्होंने लोगों के अंतर्मन को गहराई से स्पर्श किया।

भारत गौरव” पुस्तक का विमोचन और श्रद्धांजलि

इस ऐतिहासिक अवसर पर श्रद्धेय देवेंद्र ब्रह्मचारी जी के जीवन और कार्यों पर आधारित पुस्तक “भारत गौरव” का भव्य विमोचन किया गया। साथ ही स्व. श्री निर्मल कुमार सेठी जी की स्मृति में प्रकाशित पुस्तक का भी लोकार्पण कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई।

आयोजन ने दिया समाज को नव दिशा

श्रद्धेय देवेंद्र ब्रह्मचारी जी ने अपने संबोधन में गहन विचार रखते हुए कहा “जब वाणी में करुणा, दृष्टि में समता और आचरण में विनम्रता होती है, तभी संवाद साकार होता है और समाधान का मार्ग स्वतः खुलता है। संवाद से समाधान कोई नारा नहीं, बल्कि इसे जीवनशैली बनाना आज की सबसे बड़ी आवश्यकता है।”

यह आयोजन न केवल एक धार्मिक परिचर्चा थी, बल्कि यह एक सांस्कृतिक जागरण और आध्यात्मिक नवचेतना का प्रतीक बनकर उभरा। भगवान महावीर के सिद्धांतों को व्यवहार में उतारने का यह प्रयास निश्चित ही समाज को नव दृष्टिकोण, सकारात्मक ऊर्जा और समरसता की दिशा में आगे ले जाने वाला कदम है।

CHECK ALSO:

प्राकृतिक दांतों का पीलापन दूर करने वाला मंजन – घर पर बनाएं

http://प्राकृतिक दांतों का पीलापन दूर करने वाला मंजन – घर पर बनाएं

Related Articles

Back to top button