सेंट जोसेफ स्कूल में इन्वेस्टीचर सेरेमनी का भव्य आयोजन
सेंट जोसेफ वर्ल्ड स्कूल, इन्वेस्टीचर सेरेमनी

सेंट जोसेफ वर्ल्ड स्कूल इन्वेस्टीचर सेरेमनी 2025: छात्र नेतृत्व को नई उड़ान, बच्चों की हौसला अफज़ाई ने बंधाया उत्साह
एस. शेरवानी (ब्यूरो चीफ़)-
आगरा। आगरा की ट्रांस यमुना कॉलोनी स्थित सेंट जोसेफ वर्ल्ड स्कूल में शनिवार को वर्ष 2025 की बहुप्रतीक्षित इन्वेस्टीचर सेरेमनी अत्यंत उल्लास एवं गरिमामयी वातावरण में संपन्न हुई। इस अवसर पर स्कूल परिसर में विद्यार्थियों के नेतृत्व कौशल को सम्मानित करने और उन्हें भविष्य के जिम्मेदार नागरिकों के रूप में सशक्त बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए गए।
इस विशेष अवसर पर सेंट जोसेफ वर्ल्ड स्कूल इन्वेस्टीचर सेरेमनी 2025 के अंतर्गत छात्र-छात्राओं को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन, अनुशासन और नेतृत्व क्षमताओं के आधार पर विभिन्न पदों की जिम्मेदारियाँ सौंपी गईं। समारोह की भव्यता और बच्चों में दिखे आत्मविश्वास ने कार्यक्रम को एक प्रेरणास्पद रंग दे दिया।
नेतृत्व की जिम्मेदारी में चमके छात्र
सेरेमनी के दौरान स्कूल के विद्यार्थियों को उनके हाउस के अनुसार विभिन्न जिम्मेदारियाँ दी गईं, जिनमें प्रमुख रूप से हेड बॉय, हेड गर्ल, हाउस कैप्टन, वाइस हाउस कैप्टन, स्पोर्ट्स कैप्टन, कल्चरल सेक्रेटरी और डिसिप्लिन इंचार्ज आदि पद शामिल रहे। हर एक छात्र को सैश और बैच पहनाकर उनके पद का औपचारिक कार्यभार सौंपा गया।
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हेड बॉय के रूप में कक्षा 12वीं के आदित्य लरियाल और
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हेड गर्ल के रूप में रागिनी यादव को चुना गया।
दोनों विद्यार्थियों ने अपने-अपने भाषण में आत्मविश्वास से भरे शब्दों में अपनी जिम्मेदारियों के प्रति निष्ठा और अनुशासन का संकल्प लिया।
अन्य पदों पर जिन छात्रों को जिम्मेदारियाँ दी गईं, उनमें आकृति धार, आदित्य कुशवाहा, सत्येंद्र त्यागी, प्याली बर्मन, अनमोल अग्रवाल, रोहित बर्मन, शिवानी सिंह, तनिष्का सिंह, फरदीन खान और अंकुर राणा प्रमुख रूप से शामिल हैं। इन सभी विद्यार्थियों ने विद्यालय के प्रति अपनी वफादारी और प्रतिबद्धता को स्पष्ट करते हुए अपने कार्यकाल की शुरुआत की।
प्रबंधक और प्राचार्य ने बढ़ाया उत्साह
विद्यालय के प्रबंधक मानवेंद्र सिंह कुशवाहा ने इन्वेस्टीचर सेरेमनी को लेकर कहा,
“इस प्रकार के आयोजनों से बच्चों में नेतृत्व क्षमता विकसित होती है। ये न केवल उन्हें आत्मविश्वासी बनाते हैं, बल्कि निर्णय लेने की समझ और सामाजिक जिम्मेदारी की भावना भी जगाते हैं।”
उन्होंने कहा कि सेंट जोसेफ वर्ल्ड स्कूल हमेशा से ही बच्चों को सर्वांगीण विकास के लिए मंच प्रदान करता रहा है और यह परंपरा भविष्य में भी जारी रहेगी।
स्कूल के प्राचार्य रवि लरियाल ने कहा,
“बच्चे हमारे देश का भविष्य हैं। अगर हम आज उन्हें जिम्मेदारी देना शुरू करें, तो वे कल एक मजबूत और सजग नागरिक के रूप में देश की सेवा कर सकते हैं। इन्वेस्टीचर सेरेमनी बच्चों के व्यक्तित्व विकास का एक मजबूत आधार है।”
वातावरण में था गर्व और प्रेरणा का संगम
समारोह के दौरान स्कूल परिसर गर्व, प्रेरणा और उत्सव के माहौल से भर गया था। बच्चों के माता-पिता, अभिभावकगण एवं शिक्षकगण जब मंच पर अपने विद्यार्थियों को सम्मानित होते देख रहे थे, तो उनकी आंखों में गर्व साफ झलक रहा था। हर एक छात्र ने मंच पर आकर अपना बैच पहनते समय जो अनुशासन और गर्व का प्रदर्शन किया, वह स्कूल की सुदृढ़ शैक्षणिक और नैतिक शिक्षा प्रणाली का प्रमाण था।
कोऑर्डिनेटरों का विशेष योगदान
कार्यक्रम को सफल बनाने में कोऑर्डिनेटर ललिता शांत, ज्योति शर्मा, प्रशांत गौतम, शिव प्रताप सिंह, अमन खान, सुरेंद्र सिंह, बीएम अग्रवाल, लोकेश अग्रवाल, मेघा यादव और साक्षी सोनी का विशेष योगदान रहा। इन सभी ने न केवल छात्रों का मार्गदर्शन किया, बल्कि पूरी तैयारी को समयबद्ध और सटीक ढंग से अंजाम दिया।
सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने बढ़ाया रंग
समारोह के दौरान बच्चों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से भी अपने कौशल का प्रदर्शन किया। नृत्य, गायन और भाषण के माध्यम से उन्होंने कार्यक्रम को एक उत्सवी रूप प्रदान किया। दर्शक दीर्घा में बैठे अभिभावकों ने तालियों की गड़गड़ाहट से बच्चों का उत्साहवर्धन किया।
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बच्चों की हौसला अफज़ाई ने जोड़ा संकल्प
कार्यक्रम के अंत में सभी विद्यार्थियों को उनके उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दी गईं। शिक्षकों एवं अभिभावकों ने बच्चों की प्रशंसा करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन छात्रों को जिम्मेदारी, आत्मसम्मान और नेतृत्व के गुण सिखाते हैं, जो उन्हें जीवन भर दिशा देते हैं। बच्चों ने भी यह संकल्प लिया कि वे अपने पदों के अनुरूप कर्तव्यनिष्ठा, अनुशासन और सृजनात्मकता से काम करेंगे।
संपूर्ण नेतृत्व विकास का प्रतीक बना आयोजन
सेंट जोसेफ वर्ल्ड स्कूल इन्वेस्टीचर सेरेमनी 2025 न केवल एक कार्यक्रम था, बल्कि यह एक ऐसे युग की शुरुआत थी, जहाँ विद्यार्थी स्कूल स्तर से ही नेतृत्व की मूल भावना को समझते हुए समाज और राष्ट्र निर्माण में योगदान देने की दिशा में आगे बढ़ते हैं। इस आयोजन ने यह सिद्ध कर दिया कि शिक्षा केवल किताबी ज्ञान तक सीमित नहीं, बल्कि यह जिम्मेदार नागरिकों के निर्माण का माध्यम है।
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