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खेरागढ़ में छात्रों को मिली निःशुल्क लेखन सामग्री, खिले बच्चों के चेहरे

सामुदायिक सहभागिता से प्राप्त लेखन सामग्री एवं कॉपियां का सेट पाकर नौनिहालों के खिले चेहरे

खेरागढ़ के प्राथमिक विद्यालय में लेखन सामग्री वितरण से खिले बच्चों के चेहरे, सामुदायिक सहभागिता बनी प्रेरणा

खेरागढ़/आगरा, 25 जुलाई 2025

एस. शेरवानी (ब्यूरो चीफ़) –

खेरागढ़ विकास खंड के अंतर्गत स्थित प्राथमिक विद्यालय कछपुरा सरेंडा इस सप्ताह बच्चों की मुस्कान और उत्साह से गूंज उठा। अवसर था विद्यालय में आयोजित अभिभावक-शिक्षक मासिक बैठक और बच्चों को नि:शुल्क लेखन सामग्री वितरण कार्यक्रम का, जिसमें दिल्ली के प्रख्यात म्यूजिशियन मुकेश कुशवाह द्वारा सभी छात्र-छात्राओं को विषयवार कॉपियों का सेट और लेखन सामग्री भेंट की गई। इस अभिनव पहल ने न केवल बच्चों के चेहरे खिला दिए, बल्कि शिक्षा के प्रति अभिभावकों और समाज की भागीदारी को भी मजबूती दी।

सरस्वती वंदना से आरंभ हुआ आयोजन, शिक्षा के प्रति जागरूकता पर दिया गया जोर

कार्यक्रम की शुरुआत ज्ञान की देवी मां सरस्वती के छायाचित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलन से की गई। इस अवसर पर उपस्थित मुख्य अतिथियों का विद्यालय परिवार द्वारा पुष्पगुच्छ व प्रतीक चिन्ह देकर भव्य स्वागत किया गया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता भूतपूर्व सैनिक ठाकुर लोकेश सिकरवार ने की, जिन्होंने अपने संबोधन में कहा—

“किसी भी व्यक्ति की उन्नति का मार्ग केवल और केवल शिक्षा ही है। हमें अपने बच्चों को शिक्षित बनाने के लिए हरसंभव प्रयास करने होंगे।”

लेखन सामग्री

डायट प्रवक्ता और शिक्षकों ने अभिभावकों को किया प्रेरित

इस अवसर पर जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (DIET) आगरा के प्रवक्ता एवं ब्लॉक मेंटर डॉ. मनोज कुमार वार्ष्णेय ने शिक्षा के महत्व पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा:

“बच्चों का सर्वांगीण विकास तभी संभव है जब माता-पिता और शिक्षक मिलकर उनका मार्गदर्शन करें। हम सभी को विद्यालय में अधिक से अधिक नामांकन कराने और बच्चों को नियमित भेजने के लिए एकजुट होना होगा।”

अकादमिक रिसोर्स पर्सन (ARP) संतोष राजपूत ने भी अभिभावकों से अपील की कि वे बच्चों को समय पर विद्यालय भेजें और उनके शिक्षण में सक्रिय भागीदारी निभाएं।

छात्रों को वितरित हुई लेखन सामग्री और कॉपियाँ

कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण का केंद्र रहा म्यूजिशियन मुकेश कुशवाह (दिल्ली) द्वारा बच्चों को दी गई लेखन सामग्री और विषयवार कॉपियों का सेट। कुल मिलाकर विद्यालय के सभी छात्र-छात्राओं को यह निःशुल्क वितरित किया गया। बच्चों की खुशी देखते ही बन रही थी—किसी के पास नई कॉपी थी, तो किसी के हाथ में चमचमाती पेंसिलें।

बच्चों की प्रतिक्रिया:
“मुझे आज बहुत अच्छा लग रहा है,” एक कक्षा 3 की छात्रा ने मुस्कराते हुए कहा।
“अब मेरे पास होमवर्क के लिए नई कॉपी है,” एक अन्य छात्र ने अपनी खुशी जाहिर की।

लेखन सामग्री

मेहंदी प्रतियोगिता और निपुण बैज सम्मान ने बढ़ाया उत्साह

इस अवसर पर विप्रो अर्थियन पर्यावरण मित्र टीम और उनके मार्गदर्शक शिक्षक को प्रशस्ति पत्र और सम्मान किट देकर सम्मानित किया गया।
साथ ही विद्यालय में आयोजित मेहंदी प्रतियोगिता में चयनित तीन छात्राओं को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।

इसके अतिरिक्त निपुण भारत मिशन के अंतर्गत सफल छात्रों को “निपुण बालक/बालिका बैज” पहनाकर उनका उत्साहवर्धन किया गया। इससे बच्चों में न केवल गर्व की भावना उत्पन्न हुई बल्कि अन्य विद्यार्थियों को भी प्रेरणा मिली।

लेखन सामग्री

सामुदायिक सहभागिता बनी उदाहरण

इस कार्यक्रम की एक विशेष बात रही—सामुदायिक सहभागिता। कार्यक्रम में न केवल शिक्षक और विद्यार्थी, बल्कि अभिभावक और समाज के विभिन्न वर्गों के लोग भी बड़ी संख्या में उपस्थित हुए।

उपस्थित प्रमुख व्यक्ति:

  • डॉ. मनोज कुमार वार्ष्णेय, डायट प्रवक्ता/ब्लॉक मेंटर

  • मुकेश कुशवाह, म्यूजिशियन दिल्ली

  • नीरज भाई, रेफ्रिजरेटर दिल्ली

  • लोकेश सिकरवार, भूतपूर्व सैनिक

  • अनिल सिकरवार, भूतपूर्व सैनिक, गडरपुरा

  • संतोष राजपूत, ARP

  • डा. सतीश कुमार, कार्यक्रम संचालक एवं शिक्षक

  • अभिभावकगण और मातृशक्ति – जिन्होंने पूरे उत्साह के साथ बच्चों का मनोबल बढ़ाया

इसमें घूरेलाल, रामभरोसी, कृष्णा, कुमर सिंह, रोशन सिंह, मनीष, हुकुम सिंह, छत्तर सिंह, रमेश, लोकेंद्र, सोनू जैसे ग्रामीण भी शामिल रहे जिन्होंने कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोग किया।

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शिक्षक राकेश कुमार ने योजनाओं की जानकारी दी

विद्यालय के शिक्षक राकेश कुमार ने सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न शैक्षिक योजनाओं के बारे में अभिभावकों को अवगत कराया। जैसे:

  • निःशुल्क मध्याह्न भोजन योजना

  • निःशुल्क यूनिफॉर्म एवं किताबें

  • निपुण भारत मिशन

  • बाल वाटिका कार्यक्रम

  • समग्र शिक्षा अभियान

उन्होंने बताया कि इन योजनाओं का उद्देश्य बच्चों के बीच स्कूल छोड़ने की प्रवृत्ति को कम करना और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना है।

सफल संचालन और धन्यवाद ज्ञापन

कार्यक्रम का संचालन शिक्षक डॉ. सतीश कुमार द्वारा अत्यंत सुगठित और भावनात्मक शैली में किया गया। अंत में उन्होंने सभी अतिथियों, सहयोगियों, अभिभावकों, शिक्षकों और विद्यार्थियों का आभार व्यक्त करते हुए कार्यक्रम के समापन की घोषणा की।

लेखन सामग्री

निष्कर्ष: खेरागढ़ प्राथमिक विद्यालय लेखन सामग्री वितरण 2025 बना मिशाल

खेरागढ़ प्राथमिक विद्यालय लेखन सामग्री वितरण 2025 न केवल बच्चों के लिए एक खुशी का दिन था, बल्कि यह कार्यक्रम सामुदायिक सहभागिता, समाज की जागरूकता और शिक्षा के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक भी बना।

यह आयोजन दिखाता है कि यदि समाज, शिक्षक और प्रशासन एक मंच पर आ जाएं, तो सरकारी विद्यालयों के बच्चों के जीवन में भी आशा, संसाधन और गुणवत्ता लाई जा सकती है। ऐसे प्रयास निश्चित रूप से “सब पढ़ें, सब बढ़ें” के सपने को साकार करने की दिशा में महत्वपूर्ण हैं।

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