
आगरा में ई-लॉटरी से 81 किसानों का चयन, कृषि यंत्रों पर मिलेगा 10 हजार से अधिक अनुदान
रिपोर्ट – एस. शेरवानी (ब्यूरो चीफ़)
तारीख – 08 अगस्त 2025 | स्थान – आगरा
किसानों के चेहरों पर मुस्कान और उम्मीद की किरण तब साफ झलकने लगी, जब आगरा में जिलाधिकारी अरविन्द मल्लप्पा बंगारी की अध्यक्षता में आयोजित जिलास्तरीय समिति की बैठक में कृषि विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं के तहत ई-लॉटरी के माध्यम से 81 किसानों का चयन किया गया।
यह चयन वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए किया गया, जिसमें 10,000 रुपये से अधिक अनुदान वाले 81 कृषि यंत्रों को पाने के लिए कुल 417 किसानों ने बुकिंग कराई थी। कड़ी प्रतिस्पर्धा के बीच, ई-लॉटरी प्रक्रिया ने पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित की।
ई-लॉटरी की पारदर्शी प्रक्रिया
जिलास्तरीय समिति की बैठक विकास भवन सभागार में आयोजित हुई, जिसमें कृषकों की सीधी उपस्थिति में लॉटरी प्रक्रिया को अंजाम दिया गया।
ई-लॉटरी के माध्यम से चयनित किसानों को जैसे ही मोबाइल मैसेज द्वारा सूचना मिली, उनके चेहरे खुशी से खिल उठे। किसानों के लिए यह केवल एक यंत्र प्राप्त करने का अवसर नहीं था, बल्कि अपनी खेती-किसानी में आधुनिक तकनीक अपनाने का सुनहरा मौका भी था।
चयनित कृषि यंत्रों की सूची
इस बार जिन कृषि यंत्रों के लिए ई-लॉटरी हुई, उनमें शामिल हैं:
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रोटावेटर
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कम्बाइन हार्वेस्टर
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पावर ऑपरेटेड चाफ कटर
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पोटैटो प्लान्टर
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पोटैटो डिगर
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हैरा
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कल्टीवेटर
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अन्य आवश्यक खेती के उपकरण
ये सभी यंत्र किसानों की उत्पादकता बढ़ाने, श्रम व समय बचाने और लागत कम करने में सहायक होंगे।
बैठक में मौजूद अधिकारी व अतिथि
ई-लॉटरी प्रक्रिया के समय जिला प्रशासन और कृषि विभाग के कई वरिष्ठ अधिकारी एवं कृषक प्रतिनिधि उपस्थित रहे, जिनमें शामिल हैं:
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प्रभारी मुख्य विकास अधिकारी
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अपर जिलाधिकारी (नामामि गंगे)
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उप कृषि निदेशक
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जिला कृषि अधिकारी
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जिला उद्यान अधिकारी
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प्रभारी कृषि विज्ञान केंद्र
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जिला सूचना विज्ञान अधिकारी
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अग्रणी बैंक जिला प्रबंधक (केनरा बैंक)
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प्रगतिशील कृषक – मोहन सिंह चाहर, हरीश कुमार दुबे, मान सिंह एवं हरीश कुमार
इसके अलावा, जनपद के सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों से आए लगभग 210 किसान भी इस कार्यक्रम में मौजूद रहे।
किसानों में उत्साह और उम्मीद
लॉटरी में चयनित किसानों ने अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा कि यह उनके लिए खेती के तरीके बदलने और उत्पादन बढ़ाने का बड़ा मौका है।
किसान मोहन सिंह चाहर ने कहा:
“हम वर्षों से आधुनिक यंत्र लेने का सपना देख रहे थे, लेकिन लागत की वजह से संभव नहीं हो पा रहा था। सरकार का यह अनुदान हमें आत्मनिर्भर बनाने में मदद करेगा।”
कृषि में तकनीकी सुधार का कदम
कृषि विभाग की यह योजना प्रधानमंत्री कृषि यांत्रिकीकरण योजना और राज्य सरकार की अनुदान योजनाओं के तहत चलाई जाती है। उद्देश्य है:
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कृषि कार्यों में मशीनों का अधिकतम उपयोग
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श्रम लागत में कमी
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उत्पादन और गुणवत्ता में सुधार
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युवा किसानों को खेती की ओर आकर्षित करना
जिलाधिकारी अरविन्द मल्लप्पा बंगारी ने किसानों से अपील की कि वे इन यंत्रों का समुचित उपयोग करें और अन्य किसानों को भी तकनीकी खेती अपनाने के लिए प्रेरित करें।
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पारदर्शिता और निष्पक्षता का उदाहरण
किसानों में भरोसा और उत्साह बनाए रखने के लिए लॉटरी की पूरी प्रक्रिया जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों और किसानों की मौजूदगी में की गई।
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चयनित नामों को तुरंत प्रदर्शित किया गया
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सूचना SMS और नोटिस बोर्ड दोनों माध्यम से दी गई
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हर चरण की वीडियो रिकॉर्डिंग की गई
योजना का लाभ और प्रभाव
इस ई-लॉटरी से चयनित 81 किसानों को न केवल यंत्र पर 10,000 रुपये से अधिक का अनुदान मिलेगा, बल्कि वे अपनी खेती को अधिक कुशल, लाभकारी और टिकाऊ बना पाएंगे।
इससे:
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उत्पादन लागत में कमी आएगी
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फसल की गुणवत्ता और मात्रा में सुधार होगा
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कृषि क्षेत्र में तकनीकी विकास को बढ़ावा मिलेगा
भविष्य की दिशा
जिलाधिकारी ने बताया कि आगे भी इस तरह की पारदर्शी ई-लॉटरी प्रक्रिया को जारी रखा जाएगा और अधिक किसानों को योजनाओं से जोड़ा जाएगा।
उन्होंने कहा:
“हमारा उद्देश्य हर किसान तक आधुनिक खेती के साधन पहुंचाना है, ताकि वे प्रतिस्पर्धी बाजार में टिक सकें और आर्थिक रूप से मजबूत बनें।”
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