
🌍एस. शेरवानी (ब्यूरो चीफ़) –
आगरा। प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ,भारत रत्न डॉ॰भीमराव अंबेडकर जी की 134 वीं जयंती के अवसर सजी 30 वीं भीमनगरी का शुभारंभ करने आगरा पहुंचे, मुख्यमंत्री के खेरिया एयरपोर्ट पहुंचने पर जनपद के प्रभारी मंत्री जयवीर सिंह, केंद्रीय मंत्री प्रो. एस पी सिंह बघेल, मंत्री योगेंद्र उपाध्याय, श्रीमती बेबी रानी मौर्य के नेतृत्व में जनपद के जनप्रतिनिधियों ने पुष्पगुच्छ देकर भव्य स्वागत किया।
तत्पश्चात मा. मुख्यमंत्री योगी आवास विकास सेक्टर 11 में भारत रत्न डॉ॰भीमराव अंबेडकर जी की 134 वीं जयंती के अवसर सजी 30 वीं भीमनगरी का बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर जी की प्रतिमा को नमन,माल्यार्पण कर दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारंभ किया। विधायक जीएस धर्मेश ने मुख्यमंत्री को चांदी का मुकुट तथा भीम नगरी आयोजन समिति बाबा साहब की प्रतिमा भेंट कर सम्मान किया तथा अभिनंदन पत्र पढ़कर मुख्यमंत्री को प्रदान किया।
मंत्री असीम अरुण ने अपने संबोधन में कहा कि श्री योगी जी ने एक अनुरोध पर बाबा साहिब के नाम पर मेट्रो स्टेशन का नाम किया गया है। जब से योगी जी की सरकार आई है महिलाओं को सुरक्षा मिली है। आज किसी भी समाज के लोगों को भयमुक्त जीवन दिया है। मथुरा में दलित बहनों की बरात में गुंडों ने उत्पात किया योगी जी ने ऐसा एक्शन लिया कि नजीर बन गया, खंदारी में एससी बच्चों के छात्रावास का निर्माण किया जा रहा है सहअस्तित्व पर सभी वर्ग रहें एक दूसरे के महापुरुषों का सम्मान करें आज बाबा साहब की आत्मा खुश होगी सभी समाज बाबा साहब को याद कर जन्मजयंती मना रहा है।
केंद्रीय मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल ने कहा कि जो जाती पुरखों का सम्मान नहीं करती वो उन्नति नहीं करती पुरखा भी संविधान शिल्पी बाबा साहब हों, इसे आयोजनों से संघर्ष करने की शक्ति आती है शक्ति से सत्ता मिलती है जीरो पॉवर्टी मिशन बाबा साहब के नाम पर नामकरण किया गया है बाबा साहब ने शिक्षा को शेरनी का दूध कहा है सभी अपने बच्चों को शिक्षित करें।
बेबी रानी मौर्य ने अपने संबोधन में कहा कि इस भीम नगरी का आयोजन 1996 से किया जा रहा है। इस भीम नगरी आयोजन ऐसे स्थान पर किया जाता है जहां वंचित समाज होता है और वहां पर विकास कार्य कराए जाते है। माननीय योगी जी एवं माननीय मोदी जी ने बाबा साहब के सपनों को पूरा करने का काम किया है।
विधायक डॉक्टर जी एस धर्मेश ने स्वागत भाषण दिया
इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि बोधिसत्व, भारत रत्न बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी के पावन जयंती के अवसर पर आगरा की ऐतिहासिक भीम नगरी आयोजन अंबेडकर जी की पावन स्मृतियों को नमन करते हुए इस पूरे कार्यक्रम को गरिमा भव्यता के साथ आयोजित करने के लिए मैं आप सभी आगरा के निवासियों का हृदय से अभिनंदन करता हूं स्वागत करता हूं। अपने पूर्वजों के प्रति और अपने महापुरुषों के प्रति सम्मान का भाव क्या होना चाहिए अगर इसका दर्शन करना है तो यहां चार दिवसीय कार्यक्रम जिसमें 14 अप्रैल को बाबा साहब के जन्मदिन की झांकी से लेकर के आज का कार्यक्रम, कल सामूहिक विवाह का कार्यक्रम और परसों सम्मान का कार्यक्रम इन चार दिवस के कार्यक्रम आयोजित करके बाबा साहब की 1956 में आगरा में उपस्थित को आगरा के आप सभी बाबा साहब के अनुयायियों ने जीवंत बनाए रखा है वह सचमुच अभिनंदनीय है प्रसंशनीय है।
उन्होंने कहा कि मैं बाबा साहब के सभी अनुयायियों को साधुवाद देता हूॅ, आप सब का हदय से अभिनन्दन करता हूॅ। हर भारतवासी बाबा साहब की सेवाओं के लिए अपनी कृतज्ञता ज्ञापित करता है। उनकी सेवाएं अमूल्य हैं। विपरीत परिस्थितियों में सामाजिक बेड़ियों को तोड़ते हुए उन्होंने सामाजिक भेदभाव का सामना करते हुए भी शून्य से शिखर तक की यात्रा की, यह संघर्षों की यात्रा है। याद रखना यही तो भगवान बुद्ध ने हमें प्रेरणा दी है। यही तपस्या है, संघर्षों से तपा हुआ व्यक्ति, संघर्षों में पला व्यक्ति और संघर्षों से ही बड़ा हुआ व्यक्ति ही सिद्ध को प्राप्त करता है,और सिद्ध की उस पराकाष्ठा को मानव को मानव बनने की यात्रा को बाबा साहब ने अपने संघर्षों से जीवंत करके न केवल भारत के अंदर वंचितों, दलितों और गरीबों के लिए, समाज के लिए एक प्रेरणास्रोत बनकर मार्गदर्शन बन करके उनके जीवन को सरल बनाने की राह दिखाई। बल्कि विश्व मानवता के अंदर जहां कहीं भी भेदभाव है, जहां कहीं भी दलित और बंचित है उन सभी लोगों को उनकी आवाज को आवाज देने का कार्य करती है। अगर किसी व्यक्ति के जीवन के माध्यम से प्रेरणा बन जाती है तो नाम है बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर का और यही कारण है यह देश बाबा साहब को भारत के संविधान की शिल्पी के रूप में, भारत के संविधान के निर्माता के रूप में स्मरण करता है।
मुख्यमंत्री ने जन समूह को सम्बोधित करते हुए कहा कि यह वर्ष इस लिए और महत्वपूर्ण है कि भारत के संविधान को लागू हुए 75 वर्ष पूरे हुए हैं यानी बाबा साहब के द्वारा बनाए गए संविधान को लागू करने के 75 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में आज मुझे भी भीम नगरी में बाबा साहब के स्मृति कार्यक्रम के साथ जुड़ने का सौभाग्य प्राप्त हो रहा है मैं इसके लिए आयोजन समिति को और यहां के सभी जनप्रतिनिधियों को धन्यवाद देता हूं। बाबा साहब 18 मार्च 1956 को आगरा में आए थे उन्होंने आगरा के अपने अनुयायियों से एक बात कही थी। उन्होंने कहा था कि मैने संघर्ष किया है एक रास्ता दिखाया है अब इसे मंजिल तक पहुंचाने का दायित्व आपको सौप रहा हूॅ। लेकिन यह रास्ता कहा से जाता है,उन्होंने कहा था शिक्षित बनो अपने बच्चों को शिक्षित बनाओ। शिक्षा की प्रति उनका आग्रह और उस आग्रह का आगे बढाने के लिए आज हमारी सरकारें कार्य कर रही है। उन्होंने कहा था कि संगठित रहो अपने हक के लिए लड़ो लेकिन अंध भक्त बन कर के नही बल्कि सही और गलत की पहचान करके अपना मार्ग प्रशस्त करिये।
उन्होने बाबा साहब के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि बाबा साहब डा भीमराव अम्बेडकर जैसा व्यक्तित्व हमारे लिए एक प्रेरणा है। और उन्होने जो बात आगरा मे सन् 1956 में कही थी वह आज भी कोटि कोटि नागरिकों के लिए बंचित के लिए, दलितों के लिए, गरीबों के लिए एक मार्गदर्शक के रूप में है। आज जब हम बात करते हैं बाबा साहब भीमराव अंबेडकर जी की तो याद करना जो भी भारत के संविधान का अपमान करता है जो भी बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के द्वारा बनाए गए संविधान का अपमान करता है। इसका मतलब वो बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की अवमानना कर रहे है और हमें ऐसे लोगों को बर्दाश्त नहीं करना चाहिए। बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के द्वारा बनाये गये संविधान अपने 75 वर्षां की शानदार यात्रा को लेकर आगे बढा है। उत्तर से दक्षिण तक, पूरब से पश्चिम तक पूरे भारत को एकता के सूत्र में बांधा है। दुनिया के अंदर बड़े-बड़े देश हैं, शक्तिशाली देश है लोकतंत्र के लेकर तमाम प्रकार की घोषणा करते हैं लेकिन उन्होंने अपने यहां अस्वेतों को, दलितों को अपना मताधिकार प्रयोग करने की स्वतंत्रता नही दी थी। साहब भीमराव अंबेडकर जी के द्वारा बनाए गए संविधान में पहले चुनाव से ही हर दलित को हर बंचित को अपने मत के प्रयोग की पूरी स्वतंत्रता दी है। भारत के बड़े से बड़े व्यक्ति से लेकर के गरीब से गरीब व्यक्ति पर और दलित को हर बंचित को अपना मताधिकार करने की स्वतंत्रता अगर किसी ने दी है तो वह बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के द्वारा प्राप्त हो पाया और भारत दुनिया के अंदर सबसे बड़ा लोकतंत्र के रूप में अपने आप को स्थापित कर पाया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अमेरिका जैसा देश अपने यहॉ महिलाओं को मत देने का अधिकार भारत में बाद में दिया। हमारे यहां 1952 में जब पहला चुनाव हुआ था तभी से महिलाओं को भी पुरुषों के समान अपना वोट का उपयोग करने की पूरी स्वतंत्रता देता है। प्रधानमंत्री मोदी जी ने व्यवस्था कर दी है नारी वंदन अधिनियम के माध्यम से महिलाओं को विधानसभा और लोकसभा में 33 प्रतिशत अतिरिक्त आरक्षण की व्यवस्था से करके उनके जाने का मार्गदर्शन दिया है। अभी आने वाले विधानसभा और लोकसभा में उनका प्रतिनिधित्व होगा। उन्होने कहा कि बाबा साहब के इस मिशन के बाधक कौन थे यह जानना बाबा साहब के अनुयायियों को बहुत ही आवश्यक है। यह इस लिए भी आवश्यक है क्योंकि जो लोग साहब के नाम का उपयोग करते हैं लेकिन बाबा साहब के द्वारा बताएं गये मूल्यों और आदर्शों के विपरीत आचरण करते है वही लोग इस मिशन में सबसे बड़े बाधक है, याद करिये बाबा साहब को चुनाव हराने बाले कौन लोग थे। 1952 का चुनाव, 1954 का उप चुनाव चुनाव हराने बाले कौन लोग थे। कौन लोग थे जब देश आजाद हुआ था और स्वतंत्र भारत में पहले मंत्रिमंडल का गठन होना था। वो कौन लोग थे जिन लोगों ने बाबा साहब को उनकी योग्यताओं के बावजूद, सबसे योग्य सदस्य होने के बावजूद जिन्होंने विदेश और अर्थ नीति से संबंधित समितियां में स्थान नहीं देने दिया। कौन लोग थे बाबा साहब को परास्त करने की साजिश का हिस्सा बने थे। उन्हें 1970 में पद्म पुरस्कार से सम्मानित कर रहे थे। यह कोई और नही थे वही कांग्रेस है जिसके आज के नेता कथित संविधान की प्रति लेकर के जनता को बेवकूफ बनाने का काम कर रहे हैं। वही कांग्रेस है जिसने बाबा साहब डा भीमराव अम्बेडकर के द्वारा बनाए गए संविधान की प्रस्तावना को बदलने का काम किया। प्रस्तावना किसी भी पवित्र ग्रंथ की आत्मा होती है अगर मनुष्य की आत्मा निकल जाती है तो शरीर का क्या हाल होता है। और ऐसे ही संविधान की पवित्र प्रस्तावना के साथ छेड़छाड़ की गई।
उन्होंने आगे कहा कि ऐसे ही शरारत देश के अन्दर इमरजेंसी लागू करके संविधान का गला घोंटने का काम देश के अंदर कांग्रेस ने किया था। तब भी ये लोग बाबा साहब के नाम पर आने का दावा करते है। यही समाजवादी पार्टी भीमराव अंबेडकर के जी के नाम पर बनाए गए मेडिकल कॉलेज का नाम बदल डाला था। उनके नाम पर बनाई हुई संस्थाओं का नाम बदल डाला था। असीम अरूण समाज कल्याण विभाग के मंत्री हैं कन्नौज के विधायक है। उन्होने मुझे जानकारी दी के समाजवादी पार्टी ने पाप किया था मैंने कहा इस कन्नौज में जाकर गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज का नामकरण बाबा साहब के नाम पर करेंगे। बाबा साहब का परि निर्वाण 06 दिसम्बर, 1956 को हुआ था कांग्रेस ने दिल्ली में बाबा साहब का स्मारक नही बनने दिया। कांग्रेस जब भी आई स्मारक बनाने की मांग होती रही है लेकिन कांग्रेस ने कभी भी स्मारक बनने नहीं दिया। जब भारतीय जनता पार्टी के द्वारा दिल्ली के अंदर सरकार को समर्थन किया जा रहा था तब बाबा साहब को भारत रत्न से सम्मानित किया गया था। प्रधानमंत्री मोदी के सहयोग से बाबा साहब का दिल्ली में स्मारक बन पाया। बाबा साहब की जन्म भूमि, निर्वाण स्थल आदि को पंच तीर्थ के रूप में विकसित किया जा रहा है। स्कॉलरशिप का अधिकार मिले याद करिए 15-16 में के छात्रों की छात्रवृत्ति रोकने का काम सपा द्वारा किया था जब 17 में हम लोग आए छात्रवृत्ति को पूनः शुरू किया गया। उन्होने कहा कि लखनऊ में बाबा साहब की स्मृति को जीवन तो बनाए रखने के लिए हमने स्मारक बनाने का काम लगने में कर रहे हैं। जो कि उनके जीवन दर्शन पर आधारित होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि लखनऊ में बाबा साहब की स्मृति को जीवंत बनाए रखने के लिए उनके जीवन दर्शन, पर शोध करने को आंबेडकर महा सभा के समन्वय से बाबा साहब का स्मारक भवन बना रहे हैं, लखनऊ के बुद्ध बिहार में भी कार्य कर रहे हैं, योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इसी क्रम में आगरा में भी बाबा साहब की स्मृति में बौद्ध दर्शन तथा बाबा साहब के जीवन दर्शन पर एक स्मृति केन्द्र बनाएंगे जहां उच्च शिक्षा के साथ छात्रों को बाबा साहब के दर्शन पर कार्य करने का अवसर मिलेगा, मुख्यमंत्री ने जीरो पॉवर्टी मिशन को बाबा साहब के नाम पर करने की घोषणा करते हुए कहा कि इसके अंतर्गत अति गरीब वंचित को राशन कार्ड, जमीन नहीं है तो जमीन का पट्टा, मकान, आयुष्मान कार्ड, जैसी सभी सरकार की योजनाओं से लाभान्वित करेंगे और बाबा साहब के सपनों को साकार करेंगे।
उन्होंने कहा कि हम भारत को मोदी जी के नेतृत्व में बदलते देख रहे हैं विश्व के 8 सौ करोड़ आबादी में से 140 करोड़ भारत की जनसंख्या है उनमें से 80 करोड़ को कोरोना के बाद फ्री राशन दे रहे जो कि बाबा साहब के गरीबों के प्रति विचार को साकार कर रहे हैं,50 करोड़ आयुष्मान भारत कार्ड में 5 लाख का इलाज दे रहे,12 करोड़ शौचालय,12 करोड़ उज्ज्वला गैस कनेक्शन,4 करोड़ गरीबों को मकान दिए हैं जीरो पॉवर्टी मिशन बाबा साहब को समर्पित है जिसमें रोजगार के साथ सभी योजनाओं का लाभ देंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब नई संसद भवन का उद्घाटन हुआ तो मोदी जी संविधान की प्रति को अपने सिर पर रख कर ले जाकर स्थापित किया, मोदी जी गरीब वंचितों शोषितों के लिए बाबा साहब के विचार पर चलकर कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज पाकिस्तान की हालत ऐसी है कि वो दो जून की रोटी को तरस रहा है, बांग्लादेश की घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि वहां हिंदुओं का नरसंहार अत्याचार हो रहा लेकिन सबके मुंह बंद हैं जब वहां के दलित गरीब लोगों के लिए सीएए लाए इससे वहां के दलित, गरीब हिंदुओं को फायदा मिलता तो हिंसक आंदोलन कर दुकान मकान जलाए गए क्योंकि वहां का दलित गरीब के लिए कांग्रेस, एसपी, टीएमसी, आरजेडी अन्य सभी दल मौन हैं वहां अत्याचार और कम होती आबादी पर सिर्फ बीजेपी आवाज उठाती है, वहां का गरीब दलित हिंदू इनका वोट बैंक नहीं है इसलिए ये नहीं बोलेंगे। हाल में पश्चिम बंगाल में गरीब हिंदुओं को शिकार बनाया गया ममता दीदी दंगाई को शांतिदूत बता रही, दंगाईयों को डंडे और शक्ति से निपटने का कार्य हो, बाबा साहब ने संगठित रहने का मंत्र दिया,आप सभी अन्याय के विरुद्ध संगठित होकर आवाज उठाएं सरकार आपके साथ है, पूरी प्रतिबद्धता से डबल इंजन की सरकार आपके साथ है डबल इंजन की सरकार बाबा साहब के सपनों को साकार करेगी संविधान से बड़ी शरीयत को मानने वाले कहीं भी जाएं, इस देश में बाबा साहब द्वारा संविधान में दी गई व्यवस्था से देश चलेगा, बाबा साहब के संविधान से काम होगा। मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि हैदराबाद का निजाम बाबा साहब को लालच देकर मुसलमान धर्म में लाना चाहता था जब वहां दलितों पर अत्याचार हुए तो बाबा साहब ने पत्र लिखा आह्वान किया कि किसी भी हालत में निजाम के दबाव में न आएं अपना धर्म परिवर्तन न करें हो सके तो महाराष्ट्र आ जाएं, हैदराबाद व जूनागढ़ का निजाम अंततः भाग गए।
134 वीं जयंती पर मै आपको बधाई देता हूं, भीमनगरी समारोह समिति को भी जो कि 1956 से 1996 तक बाबा साहब की स्मृतियों को संजोकर रखा,1996 से भीम नगरी आयोजित कर बाबा साहब के सपनों को साकार कर रहे। मुख्यमंत्री ने बाबा साहब अमर रहें, भारत माता की जय, वंदेमातरम के साथ अपना संबोधन समाप्त किया।
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री प्रो एसपी सिंह बघेल, मंत्री स्वतंत्र देव सिंह,असीम अरुण,जयवीर सिंह, योगेंद्र उपाध्याय, श्रीमती बेबी रानी मौर्य, धर्मवीर प्रजापति, सांसद राजकुमार चाहर, राज्यसभा सदस्य नवीन जैन, राज्य महिला आयोग अध्यक्ष श्रीमती बबीता चौहान, जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ मंजू भदौरिया, महापौर श्रीमती हेमलता दिवाकर कुशवाह, विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवल, डॉ. धर्मपाल, छोटे लाल वर्मा, भगवान सिंह कुशवाह, एमएलसी विजय शिवहरे सहित जनप्रतिनिधियों, भीम नगरी आयोजन समिति के पदाधिकारीगण मौजूद रहे।