आगरा में नक्षत्रशाला भूमि पूजन की तैयारी, योगेन्द्र उपाध्याय ने सीएम को सौंपा प्रस्ताव
उच्च शिक्षा मंत्री ने मुख्यमंत्री को दिया आगरा के विकास संबंधी ज्ञापन

नक्षत्रशाला के भूमि पूजन की तिथि तय करने की मांग, योगेन्द्र उपाध्याय ने सीएम योगी को सौंपा ज्ञापन
एस. शेरवानी (ब्यूरो चीफ़) –
लखनऊ / आगरा। 14 जुलाई 2025
आगरा शहर के समग्र विकास और भविष्य की योजनाओं को लेकर प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय ने सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लखनऊ स्थित उनके आवास पर मुलाकात की।
इस दौरान मंत्री उपाध्याय ने आगरा में प्रस्तावित नक्षत्रशाला के भूमि पूजन की तिथि तय करने, यमुना नदी के डाउन स्ट्रीम में बैराज निर्माण, और पालीवाल पार्क के विस्तार सहित कई अन्य विकास परियोजनाओं के संबंध में ज्ञापन सौंपा।
इस प्रतिनिधिमंडल में भारतीय जनता पार्टी आगरा के पूर्व महानगर अध्यक्ष प्रमोद गुप्ता भी उपस्थित रहे। मुलाकात के दौरान मंत्री ने विभिन्न विकास प्रस्तावों की विस्तृत जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री से उनके शीघ्र क्रियान्वयन का आग्रह किया।
नक्षत्रशाला के निर्माण से जुड़े विकास प्रस्तावों पर दिया जोर
योगेन्द्र उपाध्याय ने मुख्यमंत्री को बताया कि आगरा में जीआईसी मैदान के सामने पंचकुइयां रोड स्थित बेसिक शिक्षा विभाग की भूमि पर नक्षत्रशाला (खगोलशास्त्रीय वेधशाला) की स्थापना का निर्णय लगभग एक वर्ष पूर्व मंत्रिपरिषद द्वारा लिया जा चुका है।
भूमि हस्तांतरण की स्वीकृति भी मिल चुकी है, लेकिन अब तक भूमि पूजन और शिलान्यास की तिथि निर्धारित नहीं की गई है।
मंत्री उपाध्याय ने कहा:
“नक्षत्रशाला का निर्माण आगरा के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि होगी। इससे छात्र विज्ञान, विशेष रूप से खगोलशास्त्र के क्षेत्र में गहराई से अध्ययन कर सकेंगे।“
“यह परियोजना न केवल शिक्षा बल्कि पर्यटन और रोजगार की दृष्टि से भी क्रांतिकारी साबित होगी।“
यमुना डाउन स्ट्रीम में बैराज निर्माण की मांग
ज्ञापन में यमुना डाउन स्ट्रीम पर बैराज (बांध) निर्माण की भी मांग की गई है। मंत्री उपाध्याय ने कहा कि यमुना में जल प्रवाह की समस्या के चलते कई स्थानों पर गंदगी और दुर्गंध की स्थिति बनी रहती है। यदि डाउन स्ट्रीम में बैराज का निर्माण किया जाता है, तो न केवल जल संचयन संभव होगा बल्कि नदी सौंदर्यीकरण, जल क्रीड़ा और पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
“बैराज निर्माण से यमुना की धारा को नियंत्रित किया जा सकेगा और इससे शहर में जल संरक्षण को भी बढ़ावा मिलेगा।“
वेदांत मंदिर से हाथी घाट तक विकसित हो पार्क और चौपाटी
ज्ञापन में यह भी मांग की गई कि वेदांत मंदिर से हाथी घाट तक यमुना के किनारे चौपाटी की तर्ज पर एक सार्वजनिक स्थल एवं हरियाली युक्त पार्क विकसित किया जाए। इससे स्थानीय नागरिकों को सांस्कृतिक, सामाजिक और स्वास्थ्यवर्धक गतिविधियों के लिए एक सुंदर और सुसज्जित स्थल प्राप्त होगा।
“अगर दिल्ली के मजनू का टीला या प्रयागराज के त्रिवेणी संगम जैसे स्थल विकसित हो सकते हैं, तो आगरा की यमुना तट पर भी चौपाटी बन सकती है जो शहर की पहचान को नया आयाम देगी।“
पालीवाल पार्क में बाल विहार और हनुमान मंदिर के पास नाले की सफाई
ज्ञापन में यह भी सुझाव दिया गया कि पालीवाल पार्क परिसर में बाल विहार का विकास किया जाए, ताकि बच्चों के लिए अलग से एक सुरक्षित खेल और रचनात्मक गतिविधियों का क्षेत्र सुनिश्चित हो सके।
साथ ही, लंगड़े की चौकी स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर के समीप स्थित नाले की दशा बहुत दयनीय है, जिससे मंदिर क्षेत्र में जलजमाव और गंदगी की स्थिति बनी रहती है। इस नाले के निर्माण व सौंदर्यीकरण की भी तत्काल आवश्यकता है।
http://FOR THE LATEST NEWS AND UPDATES SUBSCRIBE TO HINDI DAINIK SAMACHAR
शैक्षिक पर्यटन और रोजगार के नए अवसरों की नींव
नक्षत्रशाला का निर्माण विशेष रूप से शैक्षिक पर्यटन को बढ़ावा देगा।
इस वेधशाला में डिजिटल टेलीस्कोप, खगोलीय डोम, इंटरेक्टिव स्पेस मॉडल, तारामंडल आदि विकसित किए जाएंगे, जहां स्थानीय व बाहरी छात्र विज्ञान की बारीकियों को प्रत्यक्ष रूप से समझ सकेंगे।
“नक्षत्रशाला के माध्यम से आगरा न केवल ऐतिहासिक स्थलों का शहर रहेगा बल्कि विज्ञान और नवाचार का केंद्र भी बन सकेगा।“
इस परियोजना से स्थानीय शिक्षकों, विज्ञान संकायों, गाइड्स, तकनीकी सहायकों, और विज्ञान के छात्रों को रोजगार के कई नए अवसर मिलेंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रस्तावों को माना उपयोगी
भेंट के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय द्वारा प्रस्तुत सभी प्रस्तावों को गंभीरता से सुना और कहा कि सरकार का लक्ष्य स्थानीय स्तर पर शिक्षा, पर्यटन, जल संरक्षण और नागरिक सुविधा को एकसाथ जोड़कर विकसित करना है।
मुख्यमंत्री ने यह भी आश्वासन दिया कि नक्षत्रशाला के भूमि पूजन की तिथि शीघ्र निर्धारित की जाएगी और संबंधित विभागों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए जाएंगे।
निष्कर्ष: आगरा को विज्ञान, पर्यटन और स्वच्छता में मिलेगी नई पहचान
नक्षत्रशाला, बैराज, चौपाटी, और पालीवाल पार्क सुधार जैसी योजनाएं आगरा के समग्र विकास के लिए मील का पत्थर साबित होंगी।
योगेन्द्र उपाध्याय द्वारा मुख्यमंत्री को सौंपे गए प्रस्ताव केवल भौतिक विकास नहीं बल्कि शिक्षा, रोजगार, स्वच्छता और संस्कृति के समन्वय का संकेत हैं।
इन परियोजनाओं के शीघ्र क्रियान्वयन से आगरा को एक स्मार्ट, स्वच्छ और वैज्ञानिक सोच वाला शहर बनाने की दिशा में सार्थक पहल मानी जा रही है।
CHECK ALSO:
http://आगरा में धर्मवीर प्रजापति के नेतृत्व में भव्य बाइक रैली, युवाओं का जोश छलका