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भूजल सप्ताह के तहत वर्कशाप का किया गया आयोजन

भूजल सप्ताह: आगरा के बच्चों ने नृत्य-नाटक से दिया जल संरक्षण का संदेश

भूजल सप्ताह 2025: आगरा के स्कूलों में बच्चों ने सीखा जल संरक्षण का पाठ, “जल सुरक्षित तो कल सुरक्षित” बना संदेश

एस. शेरवानी (ब्यूरो चीफ) –

आगरा, 18 जुलाई 2025
भूजल सप्ताह के अंतर्गत जनजागरूकता की अलख जगाते हुए आगरा जिले में शुक्रवार को विशेष वर्कशॉप और कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस क्रम में माही इंटरनेशनल स्कूल, ग्वालियर रोड पर आयोजित जल संरक्षण कार्यशाला में स्कूली बच्चों ने नृत्य, नाटक और शपथ के माध्यम से “जल सुरक्षित तो कल सुरक्षित” का स्पष्ट और प्रभावशाली संदेश दिया।

कार्यक्रम की शुरुआत एक रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुति से हुई, जिसमें स्कूल के छात्र-छात्राओं ने जल संकट की गंभीरता को नृत्यकला के माध्यम से दर्शाया। इस प्रस्तुति को देखकर उपस्थित शिक्षक, अधिकारी और अभिभावक भावुक हो उठे। बच्चों ने भविष्य के लिए जल बचाने की अनिवार्यता को कला के माध्यम से व्यक्त कर सभी को सोचने पर मजबूर कर दिया।

जल संरक्षण पर विशेषज्ञों ने दी जानकारी

वर्कशॉप में विशेष रूप से आए सीनियर जियोफिजिसिस्ट शशांक शेखर सिंह ने बच्चों को जल संरक्षण का महत्व समझाते हुए बताया कि दैनिक जीवन में जल की बचत न केवल भविष्य को सुरक्षित बनाती है, बल्कि वर्तमान पर्यावरणीय संकट से भी राहत दिला सकती है। उन्होंने जल की उपयोगिता, बढ़ती जनसंख्या और औद्योगीकरण के कारण घटते जलस्तर की चुनौतियों के बारे में भी जानकारी दी।

शशांक सिंह ने बच्चों को छोटे-छोटे उपायों जैसे टपकते नलों की मरम्मत, वर्षा जल संचयन, बाल्टी से स्नान जैसे तरीकों से पानी की बचत करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि “अब बात केवल जल की नहीं, आने वाली पीढ़ियों के अस्तित्व की है।

भूजल

जल शपथ ने दिलाई जिम्मेदारी की अनुभूति

कार्यशाला के समापन पर सभी विद्यार्थियों को ‘जल शपथ’ दिलाई गई, जिसमें उन्होंने प्रतिज्ञा की कि वे जीवन में जल का दुरुपयोग नहीं करेंगे और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करेंगे। इस शपथ का उद्देश्य बच्चों के भीतर जल संरक्षण को एक जिम्मेदारी के रूप में विकसित करना था।

विद्यालय के संरक्षक संजय अग्रवाल, शिक्षकों और विद्यार्थियों के संयुक्त प्रयास से यह कार्यक्रम अत्यंत प्रेरणादायक बना। बच्चों ने नाटक मंचन और लघु चलचित्रों के माध्यम से जल संकट और इसके समाधान को रचनात्मक ढंग से प्रस्तुत किया।

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राजा बलवंत सिंह इंटर कॉलेज में भी हुआ आयोजन

इसी श्रृंखला में भूगर्भ जल विभाग, खंड आगरा के हाइड्रोलॉजिस्ट राहुल देव शर्मा एवं अवधेश कुमार भास्कर ने राजा बलवंत सिंह इंटर कॉलेज में भूजल संचयन एवं संरक्षण पर केंद्रित भूजल गोष्ठी का आयोजन किया।

कॉलेज के प्रधानाचार्य मेजर विवेकवीर सिंह की अध्यक्षता में आयोजित इस गोष्ठी में छात्रों को भूजल की गिरती स्थिति के बारे में जागरूक किया गया। अवधेश भास्कर ने सरल व व्यावहारिक तरीकों से भूजल बचाने के उपाय बताए, जैसे—

  • वर्षा जल संचयन टैंक लगाना

  • पार्कों और उद्यानों में स्प्रिंकलर सिंचाई प्रणाली

  • औद्योगिक जल पुनर्चक्रण

  • टॉयलेट्स में डुअल फ्लश सिस्टम का उपयोग

राहुल देव शर्मा ने छात्रों से दैनिक जीवन में जल की बर्बादी रोकने की अपील की और बताया कि “यदि आज हम सावधान नहीं हुए, तो भविष्य में पीने का पानी भी उपलब्ध नहीं होगा।”

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प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता ने बढ़ाया उत्साह

गोष्ठी के समापन पर भूजल संरक्षण विषय पर लघु प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कक्षा-8 की छात्रा कु० अस्तित्व राजावत ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, जबकि कु० चिराग शाक्य ने द्वितीय और अंजली कुमारी ने तृतीय स्थान हासिल किया। विजेताओं को मेडल और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।

मेजर विवेकवीर सिंह ने कहा कि “हम सभी को यह समझना होगा कि पृथ्वी पर पानी की उपलब्धता बहुत है, लेकिन पीने योग्य जल की मात्रा बहुत कम है। अतः हमें प्रत्येक बूँद को बचाना होगा।”

निष्कर्ष

भूजल सप्ताह के अंतर्गत आयोजित यह कार्यक्रम केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि जल चेतना की एक नई शुरुआत है। माही इंटरनेशनल स्कूल और राजा बलवंत सिंह इंटर कॉलेज के इन प्रयासों से यह स्पष्ट हो गया कि यदि बच्चों को शुरू से ही जल संरक्षण का पाठ पढ़ाया जाए, तो वे न केवल स्वयं जागरूक बनते हैं बल्कि पूरे समाज को भी जल संकट से उबार सकते हैं।

“जल बचाओ – जीवन बचाओ” की भावना के साथ, आगरा में भूजल सप्ताह 2025 एक प्रेरणास्पद उदाहरण बनकर उभरा है।

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