आगरा में 18 नवचयनित कनिष्ठ सहायकों को मिला नियुक्ति पत्र | पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया की मिसाल
आगरा में विकास भवन पर आयोजित समारोह में 18 नवचयनित कनिष्ठ सहायकों को नियुक्ति पत्र सौंपे गए। कैबिनेट मंत्री वैबी रानी मौर्य, विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल और एमएलसी विजय शिवहरे ने युवाओं को जिम्मेदारी निभाने का संदेश दिया।
आगरा में 18 नवचयनित कनिष्ठ सहायकों को मिला नियुक्ति पत्र, पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया का दिखा असर
एस. शेरवानी (ब्यूरो चीफ़)
आगरा, 08 सितम्बर 2025
आगरा। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने की दिशा में किए जा रहे प्रयासों का असर अब ज़मीनी स्तर पर दिखने लगा है। इसी क्रम में सोमवार को विकास भवन, आगरा में आयोजित एक विशेष समारोह में 18 नवचयनित कनिष्ठ सहायकों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए गए। यह नियुक्तियाँ उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड (UPSSSC) की ओर से की गई 1,112 कनिष्ठ सहायकों और 22 एक्स-रे टेक्नीशियनों की भर्ती का हिस्सा हैं, जिन्हें प्रदेशभर में मुख्यमंत्री और जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में नियुक्ति पत्र सौंपे गए।
कार्यक्रम का शुभारंभ और गरिमामयी उपस्थिति
विकास भवन स्थित सभागार में हुए इस आयोजन में कैबिनेट मंत्री श्रीमती वैबी रानी मौर्य (बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग), आगरा के विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल तथा विधान परिषद सदस्य विजय शिवहरे मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। तीनों जनप्रतिनिधियों ने संयुक्त रूप से सभी नवचयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र सौंपे और उन्हें नई जिम्मेदारियों के प्रति जागरूक किया।
कैबिनेट मंत्री का संबोधन: “पारदर्शिता से मिली सफलता”
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कैबिनेट मंत्री वैबी रानी मौर्य ने कहा कि प्रदेश सरकार ने भर्ती प्रक्रियाओं में पूरी पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित की है। परिणामस्वरूप आज योग्य अभ्यर्थियों को बिना किसी भेदभाव के उनका अधिकार मिल रहा है। उन्होंने कहा –
“यह नियुक्ति सिर्फ एक कागज नहीं है, बल्कि आपके भविष्य और समाज की सेवा का अवसर है। आप सभी से अपेक्षा है कि पूरी निष्ठा और ईमानदारी से अपने दायित्वों का निर्वहन करेंगे।”
विधायक और एमएलसी ने दी शुभकामनाएँ
विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश में रोजगार के नए अवसर लगातार सृजित हो रहे हैं। उन्होंने चयनित युवाओं को संदेश दिया कि सरकारी सेवाओं में उनकी भूमिका प्रदेश के विकास को गति देगी।
वहीं, एमएलसी विजय शिवहरे ने कहा कि युवाओं का चयन इस बात का प्रमाण है कि कड़ी मेहनत और ईमानदारी से की गई तैयारी कभी व्यर्थ नहीं जाती। उन्होंने सभी से जिम्मेदारीपूर्वक कार्य करने का आग्रह किया।
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स्वास्थ्य विभाग की भूमिका और अधिकारियों का संदेश
इस मौके पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी, आगरा डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने भी संबोधित करते हुए कहा कि नए कनिष्ठ सहायक स्वास्थ्य सेवाओं की व्यवस्था को और अधिक मजबूत करेंगे। उन्होंने कहा –
“आपका चयन सिर्फ व्यक्तिगत सफलता नहीं है, बल्कि यह जनहित की दिशा में एक बड़ी जिम्मेदारी भी है।”
इसके अतिरिक्त, डॉ. ज्योत्सना भाटिया (अपर निदेशक, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, आगरा मंडल), डॉ. राजेंद्र अरोड़ा (प्रमुख अधीक्षक, जिला अस्पताल आगरा), डॉ. उपेंद्र कुमार (जिला प्रतिरक्षण अधिकारी), डॉ. जितेंद्र लवानियां (जिला कुष्ठ अधिकारी) समेत कई वरिष्ठ अधिकारी और स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारी कार्यक्रम में उपस्थित रहे।
युवाओं में उत्साह और उम्मीद
नियुक्ति पत्र प्राप्त करने के बाद अभ्यर्थियों के चेहरों पर प्रसन्नता साफ झलक रही थी। कई अभ्यर्थियों ने कहा कि उन्हें अब अपनी मेहनत का फल मिला है और वे प्रदेश सरकार की इस पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया के आभारी हैं। चयनित अभ्यर्थियों ने यह भी संकल्प लिया कि वे अपने कार्यक्षेत्र में पूरी ईमानदारी और समर्पण के साथ जनता की सेवा करेंगे।
पारदर्शी भर्ती प्रणाली की मिसाल
उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड द्वारा आयोजित इस भर्ती प्रक्रिया को प्रदेशभर में युवा वर्ग के लिए एक मिसाल के रूप में देखा जा रहा है। लंबे समय से भर्ती प्रक्रियाओं को लेकर जो अविश्वास और शंका का माहौल था, उसे पारदर्शी और समयबद्ध चयन प्रणाली ने दूर किया है।
निष्कर्ष
आगरा में हुए इस कार्यक्रम ने न केवल युवाओं को रोजगार का अवसर प्रदान किया, बल्कि यह भी साबित किया कि यदि सरकार और प्रशासन पारदर्शिता और जवाबदेही के साथ काम करें तो युवाओं की प्रतिभा को उचित स्थान मिल सकता है। यह नियुक्तियाँ सिर्फ नौकरी पाने का अवसर नहीं, बल्कि प्रदेश के विकास की नई इबारत लिखने का संकल्प भी हैं।
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