आगरा में गौशाला समीक्षा बैठक सम्पन्न, डीएम ने हरा चारा बुआई के दिए सख्त निर्देश
जिलाधिकारी की अध्यक्षता में गौ संरक्षण अनुश्रवण, मूल्यांकन एवं समीक्षा समिति की बैठक संपन्न

आगरा में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में गौ संरक्षण समिति की बैठक, हरे चारे की बुआई व निर्माण कार्यों की समीक्षा
आगरा, 22 जुलाई 2025:
एस. शेरवानी (ब्यूरो चीफ़) –
जनपद में गौ संरक्षण एवं संवर्धन को लेकर जिलाधिकारी अरविंद मल्लप्पा बंगारी पूरी तरह सक्रिय नजर आ रहे हैं। इसी क्रम में कलेक्ट्रेट सभागार में गौ संरक्षण अनुश्रवण, मूल्यांकन एवं समीक्षा समिति की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिलाधिकारी ने जिले में संचालित एवं निर्माणाधीन गौशालाओं की स्थिति की गहन समीक्षा की और कई महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश जारी किए।
60 प्रतिशत तक पूर्ण हो चुका है बृहद गौ संरक्षण केंद्रों का निर्माण कार्य
बैठक की शुरुआत में जिलाधिकारी ने निर्माणाधीन बृहद गौसंरक्षण केंद्रों की प्रगति रिपोर्ट तलब की। रिपोर्ट के अनुसार जनपद के बाह, एत्मादपुर, सैयां और जगनेर ब्लॉक में कुल पाँच प्रमुख स्थानों — फतेहपुरा (बाह), विक्रमपुर (जैतपुर कला), यूसुफपुर (एत्मादपुर), भिड़ावली (सैयां), और बमनई कला (जगनेर) में बृहद गौशालाओं का निर्माण हो रहा है।
अब तक लगभग 60% कार्य पूर्ण हो चुका है। जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि निर्धारित समयसीमा में गुणवत्ता के साथ निर्माण कार्य पूर्ण कर संबंधित विभाग को सुपुर्द किया जाए।
गो आश्रय स्थलों की अवस्थिति पर विशेष जोर, CCTV, विद्युत व मार्गों की समीक्षा
बैठक में गौ आश्रय स्थलों तक जाने वाले कच्चे-पक्के मार्गों, शेड, सीसीटीवी कैमरा, विद्युत कनेक्शन, तथा हरा चारा बुआई की प्रगति रिपोर्ट भी प्रस्तुत की गई। जिलाधिकारी ने साफ निर्देश दिए कि हर गौशाला तक पहुंचने के लिए रास्ता दुरुस्त होना चाहिए और उसमें किसी प्रकार की बाधा नहीं होनी चाहिए।
साथ ही, सुरक्षा और निगरानी के लिहाज से हर गोशाला में सीसीटीवी कैमरे और विद्युत व्यवस्था को प्राथमिकता से पूर्ण किया जाए। जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को व्यक्तिगत रूप से इस पर नजर रखने को कहा।
एक सप्ताह में गौशाला लिंक भूमि पर हरा चारा बुआई की रिपोर्ट मांगी गई
जिलाधिकारी ने बैठक में विशेष निर्देश देते हुए कहा कि जनपद की सभी गौशालाओं से लिंक की गई भूमि का उपयोग हरे चारे की बुआई के लिए तत्काल किया जाए।
उन्होंने निर्देश दिए कि:
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एक सप्ताह के भीतर बुआई का कार्य प्रारंभ कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें।
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भूमि की प्रकृति जैसे उपजाऊ, ऊसर, असमतल आदि की श्रेणीवार सूची तैयार कर प्रस्तुत की जाए।
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ट्रैक्टर, बीज, सिंचाई की व्यवस्था समय से सुनिश्चित की जाए।
जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि गौशालाओं के लिए चारे की उपलब्धता सुनिश्चित करने हेतु स्थानीय संसाधनों का प्रभावी उपयोग किया जाए।
जिन गौशालाओं के पास लिंक भूमि नहीं, उनके लिए भी समाधान
बैठक में यह भी बताया गया कि कई नगरीय निकायों की गौशालाओं के पास कोई लिंक भूमि नहीं है, जिससे चारे की समस्या उत्पन्न होती है।
इस पर जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि ऐसे मामलों में निकटवर्ती ग्रामीण क्षेत्रों की गौशालाओं, जहां भूमि उपलब्ध है, वहां से लिंक स्थापित कर बुआई कराई जाए, ताकि नगरीय गौशालाएं भी चारे की आपूर्ति से वंचित न रहें।
जलभराव से प्रभावित गौशालाओं की होगी पंपिंग से सफाई
कुछ गौशालाएं नीचले भूभाग या जलभराव वाली भूमि पर निर्मित हैं, जैसे कौलारा कला और नागरचंद आदि। जिलाधिकारी ने इन क्षेत्रों में जलनिकासी की व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए पंपिंग व्यवस्था के माध्यम से जलभराव दूर करने के निर्देश दिए।
इस निर्णय से मानसून सीजन में गौवंश के लिए स्वस्थ वातावरण सुनिश्चित किया जा सकेगा।
हर माह होगी तहसील व ब्लॉक स्तर पर समीक्षा बैठक
जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि हर माह तहसील एवं ब्लॉक स्तर पर गौ संरक्षण अनुश्रवण एवं समीक्षा बैठकें आयोजित की जाएं।
इन बैठकों में गौशालाओं की स्थिति, चारे की आपूर्ति, स्वास्थ्य सेवाएं व निर्माण कार्यों की समीक्षा की जाएगी और कार्यवृत्त की प्रति जिला प्रशासन को अनिवार्य रूप से भेजी जाएगी।
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भूसा खरीद के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी, हर साल होगा नवीनीकरण
बैठक में जानकारी दी गई कि भूसा क्रय हेतु सभी स्थानों पर टेंडर प्रक्रिया पूर्ण हो चुकी है। जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि इस टेंडर प्रक्रिया का हर साल नवीनीकरण या नई निविदा प्रक्रिया के माध्यम से संचालन सुनिश्चित किया जाए, जिससे भूसा आपूर्ति में बाधा न आए।
उच्चाधिकारियों की उपस्थिति में हुई बैठक, मिला स्पष्ट रोडमैप
इस महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक में कई प्रमुख अधिकारी उपस्थित रहे, जिनमें शामिल थे:
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मुख्य विकास अधिकारी श्रीमती प्रतिभा सिंह
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अपर जिलाधिकारी (वित्त व राजस्व) श्रीमती शुभांगी शुक्ला
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मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डीके पांडे
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डीसी मनरेगा रामायण सिंह यादव
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जिला पंचायतीराज अधिकारी मनीष कुमार
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जिला उद्यान अधिकारी बैजनाथ
इसके अतिरिक्त सभी उपजिला मजिस्ट्रेट, खंड विकास अधिकारी आदि भी मौजूद रहे।
निष्कर्ष
आगरा में गौ संरक्षण को लेकर जिलाधिकारी की अध्यक्षता में हुई यह समीक्षा बैठक प्रशासन की सक्रियता और संवेदनशीलता का प्रमाण है।
गौशालाओं के निर्माण कार्य, हरा चारा, विद्युत व्यवस्था, CCTV निगरानी, और जलभराव जैसी समस्याओं पर व्यवस्थित और ठोस कार्रवाई का खाका तैयार किया गया है।