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AGRA – जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति (शहरी तथा ग्रामीण) क्षेत्र की बैठक हुई सम्पन्न

🌍एस. शेरवानी (ब्यूरो चीफ़) –

🔸🔸एमओआईसी अपने अपने क्षेत्र की आशाओं से कारण पता करते हुए समीक्षा रिपोर्ट करायें उपलब्ध, टीकाकरण हेतु माइक्रो प्लान बनाकर टीकाकरण का कार्य करें पूर्ण- जिलाधिकारी..

 

आगरा। जिलाधिकारी अरविंद मल्लप्पा बंगारी की अध्यक्षता में विकास भवन सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति (शहरी व ग्रामीण) माह अप्रैल 2025 की बैठक सम्पन्न हुई।

बैठक में जननी सुरक्षा योजना के अन्तर्गत गर्भवती महिलाओं के सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर हुए प्रसवों की समीक्षा में बताया गया कि वित्तीय वर्ष 2025-26 में शासन द्वारा 61 हजार 730 संस्थागत प्रसव का लक्ष्य दिया गया है, जिसके सापेक्ष माह अप्रैल तक 3382 प्रसव कराये जा चुके हैं, जो कि विगत वर्ष में माह अप्रैल के सापेक्ष कम है, जिस पर जिलाधिकारी द्वारा निर्देश दिए गये कि बीएचएसएनडी के दौरान महिलाओं को टीकाकरण का कार्य पूर्ण किया जाए साथ ही उनका विवरण भी आशायें अपनी रजिस्टर में अंकित करें, ताकि प्रसव के समय उन्हें शासकीय स्वास्थ्य केन्द्रों पर प्रसव के लिए लाया जा सके। बैठक में बताया गया कि ग्रामीण क्षेत्र की कुल 15 ग्रामीण प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर कोई भी प्रसव नहीं कराया गया है, जिस पर जिलाधिकारी द्वारा निर्देश दिए गये हैं कि सभी एमओआईसी अपने अपने क्षेत्र की आशाओं से कारण पता करते हुए समीक्षा रिपोर्ट उपलब्ध करायें, जिससे कारणों का निवारण कर प्रसव की संख्या बढ़ाई जा सके।

बैठक में टीकाकरण की समीक्षा में बताया गया कि टीकाकरण के दौरान कुछ क्षेत्रों में अभिभावक अपने बच्चों को टीकाकरण के लिए कैम्प पर नहीं लाते हैं, जिससे उनके टीकाकरण में समस्या आती है, जिलाधिकारी द्वारा मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिए गये कि टीकाकरण के दौरान अभिभावकों को टीकाकरण हेतु प्रेरित करने के लिए कोटेदार, धर्मगुरूओं, सम्भ्रांत नागरिकों व जनप्रतिनिधियों का सहयोग लिया जाए साथ ही उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि एमओआईसी अपने कार्य क्षेत्र में टीकाकरण हेतु माइक्रो प्लान बनाकर टीकाकरण का कार्य पूर्ण करें, यदि किन्हीं स्थानों पर उन्हें प्रशासन के सहयोग की आवश्यकता पड़ती है तो वह सम्बन्धित उपजिलाधिकारी से सम्पर्क करें तथा शहरी क्षेत्र हेतु स्थानों को चिन्हित करते हुए सूचित करें, ताकि उन स्थानों पर अपर नगर मजिस्ट्रेट को भेजकर टीकाकरण का कार्य पूर्ण कराया जा सके। जिलाधिकारी द्वारा सख्त चेतावनी देते हुए कहा गया कि एमओआईसी का मुख्य कार्य अपने क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवायें देना है, अतः अपने माइक्रो प्लान पर कार्य करते हुए आगामी माह में प्रगति प्रदर्शित करें। अन्यथा की स्थिति में उनके विरूद्ध कठोर कार्यवाही अमल में लाई जायेगी।

बैठक में वेब चाइल्ड वैक्सिनेशन की समीक्षा में बताया गया कि जनपद के अर्बन क्षेत्र में 63 प्रतिशत तथा ग्रामीण क्षेत्र में 51 प्रतिशत वेब बच्चों का वैक्सिनेशन किया गया है, जिसमें विगत माह में कमी आई है, यह कमी खास तौर पर शहरी क्षेत्र में प्रदर्शित हुई है, जिसके सम्बन्ध में जिलाधिकारी द्वारा कड़े निर्देश दिए गये कि वेब बच्चों का चिन्हांकन किया जाए तथा उन्हें वैक्सीन लगाई जाए। बैठक में बतया गया कि बीएचएसएनडी के अन्तर्गत किए गये कार्यों में जनपद की प्रदेश में 07वीं रैंक आई है, जिसमें ग्रामीण क्षेत्रों में 92 प्रतिशत तथा शहरी क्षेत्र में 97 प्रतिशत सेशन आयोजित किए गये हैं। बैठक में रूटीन एम्यूनाइजेशन, टीबी वैक्सिनेशन कैम्पेनिंग, दो साल से कम आयु के बच्चों के टीकाकरण, कोल्ड चेन मोबलाइजेशन, क्लस्टर मीटिंग, यूबिन पोर्टल, प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान, ई-रूपे बाउचर, माह नवजात ट्रैकिंग, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम आदि की गहनता से समीक्षा की गई।

बैठक में मुख्य विकास अधिकारी श्रीमती प्रतिभा सिंह, सीएमओ डॉ. अरुण कुमार श्रीवास्तव, डॉ. संजीव वर्मन, डॉ. सुरेंद्र मोहन प्रजापति, डॉ. अमित रावत, डीपीएम कुलदीप भारद्वाज, जिला मलेरिया अधिकारी राजेश गुप्ता, पीओ नगरीय टीकाकरण नितिन खन्ना सहित विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।

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