AGRA- आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज में शुरू हुई प्रदेश की पहली “मदर एंड न्यूबॉर्न केयर यूनिट” 2025
इलाज की सुविधा, एसएन में प्रदेश की पहली यूनिट, शिशु के स्वास्थ्य में होगा तेज सुधार

एस. शेरवानी (ब्यूरो चीफ)
मां की ममता और आधुनिक चिकित्सा का संगम: मदर एंड न्यूबॉर्न केयर यूनिट
आगरा। उत्तर प्रदेश की चिकित्सा प्रणाली में एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए एसएन मेडिकल कॉलेज, आगरा में प्रदेश की पहली मदर एंड न्यूबॉर्न केयर यूनिट (Mother and Newborn Care Unit) की शुरुआत कर दी गई है। यह यूनिट खास तौर पर उन नवजात शिशुओं के लिए बनाई गई है, जिन्हें गहन चिकित्सा की आवश्यकता नहीं है लेकिन फिर भी अस्पताल में निगरानी की जरूरत है।
यह यूनिट इस मायने में अनोखी है कि इसमें नवजातों का इलाज उनकी मां की उपस्थिति में किया जाता है। इससे न केवल शिशु को भावनात्मक सहारा मिलता है, बल्कि उनकी प्राकृतिक रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बेहतर होती है, जिससे स्वस्थ होने की प्रक्रिया तेज़ हो जाती है।
विशेष सुविधाओं से युक्त केंद्र: वातानुकूलित और मातृ-शिशु अनुकूल माहौल
यह मदर एंड न्यूबॉर्न केयर यूनिट एसएन मेडिकल कॉलेज के एमसीएच ब्लॉक की दूसरी मंजिल पर स्थापित की गई है। यूनिट को राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) के सहयोग से 20 बिस्तरों की क्षमता के साथ विकसित किया गया है।
यूनिट की प्रमुख विशेषताएँ:
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वातानुकूलित (Air-conditioned) वार्ड
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वार्मर और फोटोथेरेपी यूनिट्स
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समुचित पोषण और मातृ-दूध के लिए व्यवस्था
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टीवी और मनोरंजन की सुविधा ताकि मां को मानसिक तनाव से राहत मिले
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24×7 डॉक्टर और स्टाफ की निगरानी
इस यूनिट में शिशु और मां दोनों के लिए एक साथ रहने की व्यवस्था की गई है, जिससे मातृत्व और उपचार का सुंदर समन्वय देखने को मिलता है।
विशेषज्ञों की राय: मां ही है नवजात की पहली दवा
एसएन मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. प्रशांत गुप्ता ने बताया कि “अक्सर ऐसे नवजात होते हैं जिन्हें आईसीयू की जरूरत नहीं होती, लेकिन उन्हें अस्पताल में कुछ दिनों के लिए रखना पड़ता है। यदि मां उनके साथ रहे तो उनका इलाज और भावनात्मक विकास दोनों तेज़ी से होता है। मां का सान्निध्य किसी औषधि से कम नहीं।“
उन्होंने बताया कि इस यूनिट में शिशु को मां का दूध भी उपलब्ध कराया जाता है, जिससे उसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता स्वाभाविक रूप से बढ़ती है। साथ ही फोटोथेरेपी, ऑक्सीजन सपोर्ट, वार्मर जैसी आधुनिक सुविधाएं भी मौजूद हैं।
मां का दूध + सान्निध्य = रोग प्रतिरोधक शक्ति
मदर एंड न्यूबॉर्न केयर यूनिट की सबसे बड़ी विशेषता है कि यह मातृत्व की प्राकृतिक शक्ति को चिकित्सा के साथ जोड़ती है। जब नवजात को उसकी मां का शारीरिक स्पर्श, आंखों का संपर्क और स्तनपान एक साथ मिलता है, तो उसकी इम्युनिटी तेजी से विकसित होती है।
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मां का दूध: रोग प्रतिरोधक प्रोटीन और एंटीबॉडी से भरपूर
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कंगारू केयर पद्धति: मां की त्वचा से संपर्क से तापमान और श्वसन संतुलन
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शिशु का मानसिक विकास: मां के साथ रहने से कम तनाव, बेहतर नींद, और न्यूरोलॉजिकल ग्रोथ
यूनिट का राज्यस्तरीय महत्व: प्रेरणा बनेगा आगरा का मॉडल
यह यूनिट न केवल आगरा, बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश के लिए एक आदर्श मॉडल बन सकती है। डॉ. गुप्ता के अनुसार, यह पहल नवजात मृत्यु दर (Neonatal Mortality Rate – NMR) को घटाने में एक क्रांतिकारी भूमिका निभा सकती है।
प्रदेश सरकार और स्वास्थ्य विभाग इस मॉडल को देखकर राज्य के अन्य मेडिकल कॉलेजों में भी मदर एंड न्यूबॉर्न केयर यूनिट स्थापित करने की योजना बना सकते हैं।
संभावित राज्य स्तरीय लाभ:
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नवजात मृत्यु दर में कमी
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पोस्टनेटल जटिलताओं का शीघ्र निदान
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मां और शिशु दोनों का संपूर्ण स्वास्थ्य संरक्षण
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स्वास्थ्यकर्मियों पर कार्यभार में संतुलन
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की भूमिका
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) इस यूनिट के निर्माण और संचालन में तकनीकी और वित्तीय सहायता प्रदान कर रहा है। NHM का उद्देश्य है कि हर नवजात को जन्म के बाद सुरक्षित, समर्पित और सजीव चिकित्सा वातावरण मिले।
इस यूनिट की स्थापना मिशन के “जननी-शिशु सुरक्षा कार्यक्रम” के विस्तार के रूप में देखी जा रही है।
मदर एंड न्यूबॉर्न केयर यूनिट से जुड़ी जन-जागरूकता गतिविधियाँ
एसएन मेडिकल कॉलेज यूनिट के उद्घाटन के साथ-साथ जनजागरूकता अभियान भी चला रहा है:
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वर्कशॉप और सेमिनार: स्टाफ, मेडिकल छात्र और नर्सिंग स्टाफ के लिए प्रशिक्षण
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ब्रोशर वितरण: मां और परिजनों को जागरूक करने हेतु
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डिजिटल डिस्प्ले और वीडियो शिक्षा: मातृ-शिशु स्वास्थ्य से जुड़े निर्देश
External Resources (Focus Keyword आधारित)
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https://nhm.gov.in/New_Updates_2018/NHM_Components/RMNCH_MH/Mother_&_Newborn_Care
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https://www.who.int/news-room/fact-sheets/detail/newborns-reducing-mortality
निष्कर्ष: मानवीय चिकित्सा की ओर एक ठोस कदम
मदर एंड न्यूबॉर्न केयर यूनिट सिर्फ एक मेडिकल यूनिट नहीं, बल्कि स्वस्थ समाज के निर्माण की दिशा में एक सशक्त पहल है। यह यूनिट मां और शिशु के रिश्ते को स्वास्थ्य व्यवस्था में एकीकृत कर व्यावहारिक चिकित्सा का सर्वोत्तम उदाहरण बनती है।
एसएन मेडिकल कॉलेज, आगरा द्वारा शुरू की गई यह पहल आने वाले वर्षों में नवजात देखभाल की दिशा में प्रदेश ही नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए एक प्रेरणा बन सकती है।
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