AGRA- आगरा में ‘स्टॉप डायरिया अभियान 2025’ का शुभारंभ, एसएन मेडिकल कॉलेज से जागरूकता की नई शुरुआत
एसएन मेडिकल कॉलेज में 'स्टॉप डायरिया अभियान' शुरू, बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए एक माह का जनजागरूकता मिशन

एस. शेरवानी (ब्यूरो चीफ)
डायरिया से मुक्त बचपन के लिए आगरा से उठी नई जागरूकता की लहर
आगरा। भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की पहल के अंतर्गत स्टॉप डायरिया अभियान 2025 का शुभारंभ सोमवार को एसएन मेडिकल कॉलेज, आगरा के कम्युनिटी मेडिसिन विभाग द्वारा किया गया। यह अभियान बाल स्वास्थ्य सुरक्षा को लेकर देश में चलाए जा रहे राष्ट्रीय कार्यक्रमों में से एक प्रमुख पहल है, जिसे वर्ष 2024 में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री जे.पी. नड्डा द्वारा लांच किया गया था।
अभियान की शुरुआत एसएन मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. प्रशांत गुप्ता ने की। इस अवसर पर उप-प्राचार्य डॉ. तेजपाल सिंह, बाल रोग विभागाध्यक्ष डॉ. पंकज कुमार, अधीक्षक डॉ. ब्रजेश शर्मा सहित कई विभागाध्यक्ष, संकाय सदस्य और रेजिडेंट डॉक्टर्स मौजूद रहे।
डायरिया से शून्य मृत्यु दर का लक्ष्य
स्टॉप डायरिया अभियान 2025 का उद्देश्य पांच वर्ष से कम आयु के बच्चों में डायरिया से होने वाली मृत्यु दर को शून्य तक लाना है। इस वर्ष की थीम रही “डायरिया की रोकथाम, सफाई और ओआरएस से रखें अपना ध्यान”
डायरिया बच्चों की मृत्यु का एक मुख्य कारण है, विशेष रूप से ग्रामीण और शहरी झुग्गी बस्तियों में। खराब स्वच्छता, दूषित जल, और समय पर इलाज न मिलने से यह स्थिति और गंभीर हो जाती है। यही वजह है कि यह अभियान समय की ज़रूरत बन चुका है।
अभियान की प्रमुख गतिविधियाँ
अभियान का समन्वयन डॉ. गीतू सिंह (एसोसिएट प्रोफेसर) ने किया, जबकि कार्यक्रम की रूपरेखा असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. हिमालय सिंह ने प्रस्तुत की। अभियान के तहत कॉलेज और शहर में कई स्तरों पर गतिविधियाँ शुरू की गईं:
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ओपीडी में ओआरएस-जिंक कॉर्नर की स्थापना
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मरीजों को ORS घोल बनाना सिखाया गया
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जिंक टैबलेट्स और ORS पैकेट्स नि:शुल्क वितरित किए गए
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डायरिया के लक्षणों, कारणों और उपचार की जानकारी दी गई
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विद्यालयों और समुदायों में जागरूकता रैली
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छात्रों ने नारे लगाकर किया जनजागरूकता अभियान
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“पानी साफ, बच्चा सुरक्षित”, “ORS दो, जान बचाओ” जैसे संदेशों का प्रसार
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पोस्टर प्रतियोगिता, स्लोगन लेखन, रील मेकिंग
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बच्चों और युवाओं में स्वास्थ्य शिक्षा को रचनात्मक तरीके से बढ़ावा दिया गया
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विजेताओं को उद्घाटन समारोह में किया गया सम्मानित
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परामर्श सत्र और स्वास्थ्य शिक्षा कार्यक्रम
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स्वच्छता, पोषण, हैंड वॉशिंग और जलजनित रोगों की रोकथाम पर चर्चा
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माता-पिता और अभिभावकों को बच्चों की देखभाल के सही तरीकों पर मार्गदर्शन
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विशेषज्ञों ने क्या कहा?
प्राचार्य डॉ. प्रशांत गुप्ता ने अपने उद्घाटन भाषण में कहा “डायरिया पूरी तरह से रोके जाने योग्य बीमारी है। समय पर ORS और जिंक देना, साफ-सफाई रखना और माता-पिता को जागरूक करना इसके नियंत्रण की कुंजी है। स्टॉप डायरिया अभियान 2025 इस दिशा में बेहद प्रभावी कदम है।“
डॉ. पंकज कुमार (बाल रोग विभाग) ने कहा कि 0-5 वर्ष आयु वर्ग में बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है, इसलिए ORS + ZINC का कॉम्बिनेशन थेरेपी बेहद कारगर है।
स्टॉप डायरिया अभियान 2025: एसएन मेडिकल कॉलेज की पहल
एसएन मेडिकल कॉलेज, आगरा ने कम्युनिटी मेडिसिन विभाग और बाल रोग विभाग के सहयोग से शहर में डायरिया नियंत्रण की दिशा में यह अभियान एक मिशन के रूप में लिया है।
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कॉलेज परिसर में स्टॉप डायरिया वॉल पेंटिंग कराई गई
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मेडिकल छात्रों के लिए वर्ग आधारित प्रशिक्षण (module-based learning) शुरू किया गया
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आउटरीच कैंप्स के ज़रिए स्लम और ग्रामीण क्षेत्रों में ORS-जिंक वितरण
ORS और ZINC का महत्व
ORS (Oral Rehydration Solution):
डायरिया के कारण शरीर से अत्यधिक जल और लवण बाहर निकल जाते हैं। ORS इनकी पूर्ति करता है और निर्जलीकरण से बचाता है।
Zinc Tablets:
WHO और UNICEF की सिफारिश के अनुसार 10-14 दिनों तक जिंक सप्लीमेंटेशन से डायरिया की तीव्रता और पुनरावृत्ति को कम किया जा सकता है।
सामुदायिक सहभागिता का बढ़ता प्रभाव
स्टॉप डायरिया अभियान 2025 में सामुदायिक भागीदारी को विशेष प्राथमिकता दी गई है। अभिभावकों, स्कूल टीचर्स, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, और आशा बहुओं को शामिल किया गया ताकि संदेश घर-घर तक पहुंचे।
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आंगनवाड़ी केंद्रों पर ORS वितरण
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स्कूलों में “स्वच्छता सप्ताह”
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माता समूहों के साथ परामर्श बैठकें
डिजिटल और सोशल मीडिया के माध्यम से प्रचार
स्टॉप डायरिया अभियान 2025 को सोशल मीडिया पर भी प्रमुखता से बढ़ावा दिया गया है:
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इंस्टाग्राम पर रील प्रतियोगिता
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कॉलेज की वेबसाइट और फेसबुक पेज पर दैनिक अपडेट
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YouTube पर “ORS कैसे बनाएं” जैसी शैक्षिक वीडियो
External Resources
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स्वास्थ्य मंत्रालय – डायरिया नियंत्रण अभियान
https://www.nhm.gov.in/index1.php?lang=1&level=2&sublinkid=1036&lid=604 -
WHO – Diarrhea: Key facts
https://www.who.int/news-room/fact-sheets/detail/diarrhoeal-disease -
UNICEF India – ORS and Zinc use for Child Health
https://www.unicef.org/india/what-we-do/health
निष्कर्ष
स्टॉप डायरिया अभियान 2025 केवल एक मेडिकल कॉलेज का प्रयास नहीं, बल्कि एक जनआंदोलन है—जहाँ स्वास्थ्यकर्मी, शिक्षक, समुदाय और प्रशासन मिलकर बचपन को स्वस्थ, सुरक्षित और सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
आगरा से शुरू हुआ यह प्रयास पूरे उत्तर प्रदेश और फिर देश भर में डायरिया से शून्य मृत्यु दर की दिशा में एक सशक्त कदम है।
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