सावन सोमवार व कांवड़ यात्रा को लेकर आगरा प्रशासन का शिव मंदिरों का निरीक्षण
सावन सोमवार और कांवड़ यात्रा 2025 के मद्देनज़र आगरा जिलाधिकारी व पुलिस आयुक्त ने शिव मंदिरों का निरीक्षण कर व्यवस्थाएं जाँचीं। श्रद्धालुओं की सुरक्षा व सुविधा हेतु दिए निर्देश।

श्रद्धालुओं की सुविधा व सुरक्षा को लेकर शिव मंदिरों का निरीक्षण, सावन सोमवार और कांवड़ यात्रा को लेकर प्रशासन सतर्क
आगरा। 11 जुलाई 2025
एस. शेरवानी (ब्यूरो चीफ़) –
सावन मास का पावन पर्व शुरू हो चुका है और उसके प्रथम सोमवार को लेकर श्रद्धालुओं में विशेष उत्साह देखने को मिल रहा है। इसी क्रम में शुक्रवार को जिलाधिकारी अरविंद मल्लप्पा बंगारी और अपर पुलिस आयुक्त रामबदन सिंह ने शहर के प्रमुख शिव मंदिरों का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। यह निरीक्षण विशेष रूप से सावन के पहले सोमवार व कांवड़ यात्रा के दृष्टिगत किया गया, ताकि किसी भी प्रकार की अव्यवस्था न हो और श्रद्धालु सुरक्षित एवं शांतिपूर्ण तरीके से अपनी धार्मिक आस्था की पूर्ति कर सकें।
कैलाश मंदिर और यमुना घाट का निरीक्षण
निरीक्षण की शुरुआत कैलाश मंदिर परिसर से हुई, जहां जिलाधिकारी ने मंदिर महंतों से व्यवस्थाओं की जानकारी ली। उन्होंने मंदिर के चारों ओर साफ-सफाई, दर्शन की व्यवस्था, श्रद्धालुओं की कतार के संचालन, पेयजल, शौचालय, प्राथमिक चिकित्सा, और लाइटिंग व्यवस्था के संबंध में बिंदुवार चर्चा की।
यमुना घाट पर स्थित कैलाश घाट पर भी विस्तृत निरीक्षण किया गया, जहां जिलाधिकारी ने घाट पर सुरक्षा को लेकर जल पुलिस, प्राइवेट गोताखोर, सीसीटीवी कैमरों, साउंड सिस्टम और प्रकाश व्यवस्था को जल्द से जल्द सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
बल्केश्वर मंदिर और पार्वती घाट पर व्यवस्थाएं
इसके बाद जिलाधिकारी बल्केश्वर महादेव मंदिर पहुंचे, जहां उन्होंने मंदिर परिसर की साफ-सफाई, श्रद्धालुओं के बैठने की व्यवस्था, और मेडिकल सहायता केंद्र की समीक्षा की। पार्वती घाट, जो बल्केश्वर मंदिर के निकट स्थित है, वहां जिलाधिकारी ने नगर निगम को बेरीकेडिंग, रैंप निर्माण, घाट पर जलस्तर संकेतक लगाने, और लाइफ जैकेट जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
राजेश्वर महादेव मंदिर में भी निरीक्षण
निरीक्षण की अगली कड़ी में जिलाधिकारी ने राजेश्वर महादेव मंदिर का दौरा किया। उन्होंने मंदिर में भीड़ प्रबंधन, विद्युत आपूर्ति, जनरेटर बैकअप, और आपातकालीन एम्बुलेंस जैसी व्यवस्थाओं का अवलोकन किया।
कांवड़ यात्रा के लिए सुरक्षा व्यवस्था के निर्देश
अपर पुलिस आयुक्त रामबदन सिंह ने सभी मंदिर परिसरों में सुरक्षा व्यवस्था हेतु पुलिस गारद, क्यूआरटी (त्वरित प्रतिक्रिया दल), और महिला पुलिस बल की तैनाती के निर्देश दिए। उन्होंने कांवड़ियों के प्रवेश और निकास के लिए अलग-अलग मार्ग, यातायात डायवर्जन प्लान, और कंट्रोल रूम से निगरानी की व्यवस्था करने को कहा।
शहर के विभिन्न हिस्सों से कांवड़ यात्रा में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं की संख्या लाखों में होती है, इसलिए ट्रैफिक कंट्रोल और रूट डायवर्जन योजना पर विशेष फोकस किया जा रहा है। ट्रैफिक पुलिस, होमगार्ड, और सिविल डिफेंस को संयुक्त रूप से तैनात किया जाएगा।
नगर निगम और अन्य विभागों को निर्देश
नगर निगम को कांवड़ यात्रा मार्ग पर विशेष सफाई अभियान चलाने, जगह-जगह पेयजल स्टॉल, शौचालय, कूड़ेदान, वेस्ट मैनेजमेंट यूनिट, और रोशनी की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं जलकल विभाग को पानी की नियमित आपूर्ति और हाईड्रेंट प्वाइंट्स की मरम्मत के आदेश दिए गए हैं।
स्वास्थ्य और आपदा प्रबंधन की तैयारी
स्वास्थ्य विभाग को प्रत्येक मंदिर स्थल पर प्राथमिक चिकित्सा केंद्र, डॉक्टरों की टीम, एम्बुलेंस, और रेस्क्यू यूनिट तैनात करने के निर्देश दिए गए। आपदा प्रबंधन विभाग को किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने हेतु एनडीआरएफ/एसडीआरएफ के संपर्क में रहने के लिए कहा गया है।
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समन्वय और मॉनिटरिंग की व्यवस्था
जिलाधिकारी ने स्पष्ट कहा कि कांवड़ यात्रा और सावन सोमवार के अवसर पर सभी विभागों के बीच पूर्ण समन्वय होना चाहिए। उन्होंने एसडीएम, सीओ, नगर निगम जोनल अधिकारी, और मंदिर समिति को हर घंटे अपडेट देने तथा नियमित रूप से फील्ड विजिट करने का निर्देश दिया।
जिलाधिकारी ने सभी मंदिरों में पब्लिक एड्रेस सिस्टम, फायर सेफ्टी इक्विपमेंट, बोलचाल की सरल भाषा में निर्देशात्मक बोर्ड, और भीड़ नियंत्रण हेतु वालंटियर्स की नियुक्ति का भी आदेश दिया।
मंदिरों की व्यवस्थाएं संतोषजनक
निरीक्षण उपरांत जिलाधिकारी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि “अभी तक व्यवस्थाएं संतोषजनक हैं लेकिन हमें और सुधार की आवश्यकता है। श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा सर्वोपरि है। सभी विभाग एकजुट होकर जिम्मेदारी निभाएं।”
समापन एवं उपस्थित अधिकारीगण
इस निरीक्षण में अपर जिलाधिकारी प्रोटोकॉल प्रशांत तिवारी, अपर नगरायुक्त शिशिर सिंह, एसडीएम सदर सचिन राजपूत, महंत निर्मल गिरि, नगर निगम अधिकारी, स्वास्थ्य विभाग, पुलिस विभाग, फायर विभाग, और जल संस्थान के अधिकारी शामिल रहे।