रामनगर भुजरिया मेला 2025 का शुभारंभ योगेंद्र उपाध्याय ने किया
रामनगर भुजरिया मेला, योगेंद्र उपाध्याय

रामनगर भुजरिया मेला 2025 में गूंजा सामाजिक समरसता का संदेश, योगेंद्र उपाध्याय बोले – यह भारतीय संस्कृति का जीवंत प्रतीक
रिपोर्ट: एस. शेरवानी (ब्यूरो चीफ़)-
स्थान: आगरा | तारीख: 9 अगस्त 2025
रक्षाबंधन के पावन अवसर पर आगरा के रामनगर क्षेत्र में आयोजित भुजरिया मेला 2025 का शुभारंभ उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री एवं उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने किया।
यह मेला न केवल धार्मिक उत्सव का केंद्र रहा, बल्कि सामाजिक एकता और भाईचारे का संदेश देने का भी माध्यम बना।
मेला जो जोड़ता है दिलों को
पिछले कई वर्षों से डॉ. भीमराव अंबेडकर समाज सुधार समिति इस मेले का आयोजन करती आ रही है।
स्थान – अंबेडकर चौक, रामनगर, शाहगंज – इस आयोजन का ऐतिहासिक केंद्र बन चुका है, जहां हजारों की संख्या में लोग एकत्रित होते हैं।
योगेंद्र उपाध्याय का संबोधन
मेला उद्घाटन के दौरान मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने कहा:
“इस तरह के सामाजिक आयोजन भारतीय संस्कृति, सभ्यता और संस्कारों की परंपरा से नई पीढ़ी को जोड़ते हैं। यह सिर्फ एक मेला नहीं, बल्कि सामाजिक समरसता का उत्सव है।”
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि योगी आदित्यनाथ सरकार धार्मिक मान्यताओं को प्रोत्साहित करने और सामाजिक सद्भाव बनाए रखने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
भुजरिया मेले का महत्व
भुजरिया मेला उत्तर भारत के पारंपरिक मेलों में से एक है, जो रक्षाबंधन के आस-पास आयोजित होता है।
यह मेला विशेष रूप से:
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धार्मिक आस्था को मजबूत करता है
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सामाजिक जुड़ाव को प्रोत्साहित करता है
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स्थानीय व्यापार और हस्तशिल्प को बढ़ावा देता है
आयोजन समिति की भूमिका
डॉ. भीमराव अंबेडकर समाज सुधार समिति कई वर्षों से इस मेले का सफल आयोजन कर रही है।
समिति के सदस्यों ने बताया कि मेला सिर्फ मनोरंजन का साधन नहीं, बल्कि सामाजिक जागरूकता फैलाने का एक प्रभावी मंच है।
कार्यक्रम में उपस्थित प्रमुख हस्तियां
महोत्सव में क्षेत्र के कई गणमान्य लोग और नेता शामिल हुए, जिनमें प्रमुख रूप से:
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भाजपा नेता डॉ. अलौकिक उपाध्याय
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आयोजन समिति से जुड़े प्रताप सिंह मौर्य, नरेश कुमार राजौरिया
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मनोज सोन, अचल सिंह, रामवीर कामत
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उमेश जाटव, राकेश बाबू, शिवदत्त
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भाजपा शिवाजी मंडल अध्यक्ष पं. देवेश पचौरी
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उपेन्द्र, विकास साहू, एलिस, रितेश, अविनाश भट्ट
रंगारंग और सांस्कृतिक कार्यक्रम
भुजरिया मेले में केवल धार्मिक रस्में ही नहीं, बल्कि:
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लोक नृत्य
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भजन संध्या
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झांकी प्रदर्शन
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स्थानीय कलाकारों की प्रस्तुतियां
का भी आयोजन हुआ, जिसने मेले को और भी जीवंत बना दिया।
सामाजिक संदेश के साथ धार्मिक उत्सव
मेले का मुख्य उद्देश्य केवल धार्मिक अनुष्ठान करना नहीं, बल्कि:
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सामाजिक समानता
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भाईचारा
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सांस्कृतिक विरासत का संरक्षण
जैसे संदेश भी देना है।
मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने कहा कि इस तरह के आयोजन युवाओं को अपनी जड़ों से जोड़ते हैं और उन्हें यह अहसास कराते हैं कि हमारी संस्कृति कितनी समृद्ध है।
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मेला स्थल का माहौल
अंबेडकर चौक का हर कोना रंगीन झालरों, फूलों और सजावट से सजा हुआ था।
मेले में:
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मिठाई और खिलौनों की दुकानें
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धार्मिक सामग्री के स्टॉल
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पारंपरिक झूले
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बच्चों के खेल
ने माहौल को उत्साहपूर्ण बना दिया।
सुरक्षा और व्यवस्था
स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने मेले में सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतज़ाम किए।
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सीसीटीवी कैमरे
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पुलिस पेट्रोलिंग
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पार्किंग प्रबंधन
की वजह से आयोजन बिना किसी व्यवधान के सम्पन्न हुआ।
योगी सरकार और सांस्कृतिक संरक्षण
योगेंद्र उपाध्याय ने अपने भाषण में यह भी कहा कि योगी सरकार का लक्ष्य सिर्फ विकास कार्य नहीं, बल्कि सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहरों का संरक्षण भी है।
उन्होंने आगरा के सभी नागरिकों से अपील की कि वे इस तरह के आयोजनों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें।
आयोजन की खास बातें
विषय | विवरण |
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आयोजन का नाम | रामनगर भुजरिया मेला 2025 |
स्थान | अंबेडकर चौक, रामनगर, शाहगंज, आगरा |
अवसर | रक्षाबंधन पर्व |
मुख्य अतिथि | योगेंद्र उपाध्याय, कैबिनेट मंत्री |
आयोजक | डॉ. भीमराव अंबेडकर समाज सुधार समिति |
दर्शकों की संख्या | हजारों |
मुख्य आकर्षण | लोक नृत्य, भजन संध्या, झांकी प्रदर्शन, धार्मिक अनुष्ठान |
सुरक्षा प्रबंध | सीसीटीवी, पुलिस पेट्रोलिंग, पार्किंग व्यवस्था |