AGRA- चंबल में पहुंचे नन्हे घड़ियाल : बालू पर रेंगते हुए, देखने को मिला खूबसूरत नज़ारा

🌍एस. शेरवानी (ब्यूरो चीफ)
आगरा/बाह। ताज नगरी आगरा के बाह में चंबल सेंचुरी की बाह रेंज में शनिवार को घड़ियालों की हैचिंग शुरू हुई। नंदगवां घाट पर जन्में 190 नन्हें मेहमान चंबल नदी के कुनबे में शामिल हो गये। नेस्ट से सरसराहट की आवाज पर पहुंची मादा द्वारा बालू को कुरेदे जाने पर अंडों से बच्चे निकले। बालू पर रेंगते हुए नदी तक पहुंचे तीन राज्यों राजस्थान, मध्य प्रदेश,उत्तर प्रदेश में होकर बहने वाली चंबल नदी में पाली (राजस्थान) से पचनदा (इटावा) तक 1979 से लुप्तप्राय स्थिति में पहुंचे घड़ियालों का संरक्षण हो रहा है। बाह के रेंजर उदय प्रताप सिंह ने बताया कि मार्च के आखिर से अप्रैल तक चंबल की बालू में बनाए नेस्ट में मादा घड़ियालों ने 35 से 60 तक अंडे दिये थे। 65 से 80 दिन बाद हैचिंग पीरियड शुरू होने पर वन विभाग ने घोंसले पर लगी जाली हटा दी थी। बाह रेंज के नंदगवां घाट पर शनिवार को घड़ियालों की हैचिंग शुरू हुई है। अंडों से निकले करीब 190 बच्चे सरक कर नदी तक पहुंचे। हैचिंग की शुरूआत के साथ ही वन विभाग का अमला नेस्टों की दिन रात निगरानी में जुट गया है। करीब एक हफ्ते तक हैचिंग चलेगी।