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आगरा में मिलावट विरोधी अभियान: सिकंदरा मंडी से सड़ा माल नष्ट

सिकंदरा मंडी में खाद्य सुरक्षा विभाग की बड़ी कार्रवाई, सड़े फल-सब्जी नष्ट। आमजन को शुद्ध खाद्य देने की पहल।

आगरा में मिलावटी खाद्य पदार्थों पर शिकंजा, सिकंदरा मंडी में सड़ा-गला सामान नष्ट, खाद्य सुरक्षा विभाग की सख्त कार्यवाही

आगरा, 11 जुलाई 2025।

एस. शेरवानी (ब्यूरो चीफ़) –

वर्षा ऋतु में संक्रामक बीमारियों के बढ़ते खतरे को देखते हुए खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग, उत्तर प्रदेश द्वारा आगरा जनपद में मिलावटी खाद्य पदार्थों के विरुद्ध सघन अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य आम जनता को शुद्ध, स्वच्छ एवं सुरक्षित खाद्य व पेय पदार्थ उपलब्ध कराना है।

आयुक्त, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन, उ०प्र० के आदेश एवं जिलाधिकारी अरविंद मल्लप्पा बंगारी के निर्देशन में आज सिकंदरा क्षेत्र स्थित फल एवं सब्जी मंडी में विभागीय अधिकारियों ने औचक निरीक्षण किया और सड़े-गले खाद्य पदार्थों को नष्ट करते हुए व्यापारियों को सख्त निर्देश जारी किए।

मॉनसून में बढ़ते संक्रमण, मिलावट पर रोक जरूरी

वर्षा ऋतु में अत्यधिक नमी और गंदगी के चलते फंगल व बैक्टीरियल संक्रमण तेजी से फैलते हैं, जिससे खाद्य पदार्थों में मिलावट एवं खराबी की संभावनाएं बढ़ जाती हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए प्रशासन द्वारा खाद्य सुरक्षा संबंधी सघन प्रवर्तन कार्यवाही की जा रही है।

सहायक आयुक्त (खाद्य)-।। श्री महेंद्र श्रीवास्तव के आदेश पर खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की टीम द्वारा 11 जुलाई 2025 को बाईपुर, सिकंदरा स्थित फल एवं सब्जी मंडी में व्यापक निरीक्षण अभियान चलाया गया।

निरीक्षण के दौरान भारी मात्रा में सड़े-गले उत्पाद मिले

अभियान के दौरान अधिकारियों को मंडी में विभिन्न स्थानों पर खराब व अस्वास्थ्यकर सब्जियां बेची जा रही थीं, जिनमें निम्नलिखित प्रमुख रूप से शामिल थीं:

सब्जी का नाम वजन (किग्रा में) कार्रवाई
हरी मिर्च 15 किग्रा नष्ट की गई
पत्ता गोभी 60 किग्रा नष्ट की गई
करेला 15 किग्रा नष्ट की गई
परवल 10 किग्रा नष्ट की गई
चुकंदर 10 किग्रा नष्ट की गई

कुल लगभग 110 किग्रा सड़ी-गली सब्जियां मौके पर ही नष्ट कराई गईं।

आगरा मिलावटी खाद्य पदार्थ जांच अभियान 2025

खाद्य कारोबारियों को दिए गए निर्देश

खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने मौके पर उपस्थित व्यापारियों को निर्देशित किया कि:

  • फल एवं सब्जियों का उचित भंडारण और रख-रखाव करें

  • अस्वास्थ्यकर, सड़ी-गली वस्तुओं को बाजार में विक्रय हेतु प्रस्तुत न करें

  • नियमित रूप से मंडी परिसर की सफाई और छंटाई सुनिश्चित की जाए।

  • विक्रय के लिए रखे गए उत्पादों पर निर्माण/उत्पत्ति तिथि और गुणवत्ता संबंधी जानकारी उपलब्ध होनी चाहिए।

जनस्वास्थ्य को लेकर सख्त है प्रशासन

जिलाधिकारी अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने निर्देश दिए हैं कि जनपद में किसी भी स्तर पर मिलावटी, खराब या संदिग्ध खाद्य पदार्थों के विक्रय को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे मामलों में एफआईआर, लाइसेंस रद्दीकरण, आर्थिक दंड जैसी सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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निरंतर अभियान जारी रहेगा

खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग के अधिकारियों ने यह स्पष्ट किया कि यह केवल एक दिन की कार्रवाई नहीं है, बल्कि पूरे मॉनसून सीजन में जनपद के विभिन्न क्षेत्रों में ऐसे छापे और निरीक्षण जारी रहेंगे। विशेष रूप से स्कूलों, हॉस्टलों, अस्पतालों, मिठाई की दुकानों, डेयरियों और मंडियों पर नजर रखी जाएगी।

आगरा मिलावटी खाद्य पदार्थ जांच अभियान 2025

मिलावटी खाद्य पदार्थों से स्वास्थ्य को खतरा

विशेषज्ञों के अनुसार, मिलावटी व सड़े-गले खाद्य पदार्थों के सेवन से पेट की बीमारियां, फूड प्वाइजनिंग, टायफाइड, डायरिया, हेपेटाइटिस, कॉलरा जैसी घातक बीमारियां फैलती हैं। प्रशासन का यह कदम जनस्वास्थ्य को संरक्षित रखने की दिशा में एक अहम प्रयास है।

जन सहभागिता भी जरूरी

खाद्य सुरक्षा विभाग ने नागरिकों से अपील की है कि:

  • बाजार में यदि कहीं खराब, मिलावटी या संदिग्ध खाद्य पदार्थ बिकते दिखें तो तुरंत सूचना दें।

  • खाने-पीने की चीज़ें खरीदते समय FSSAI मार्क, एक्सपायरी डेट और लेबल की जांच अवश्य करें।

  • खुले में बिकने वाले खाद्य पदार्थों से बचें, खासकर बरसात के मौसम में।

संपर्क और शिकायत हेतु हेल्पलाइन

नागरिक मिलावटखोरी से संबंधित किसी भी शिकायत के लिए विभागीय हेल्पलाइन या ईमेल पर संपर्क कर सकते हैं:

आगरा मिलावटी खाद्य पदार्थ जांच अभियान 2025

निष्कर्ष: मिलावट पर सख्त कार्रवाई, जनता को राहत

आगरा मिलावटी खाद्य पदार्थ जांच अभियान 2025 के अंतर्गत सिकंदरा मंडी में की गई कार्यवाही से स्पष्ट है कि जिला प्रशासन और खाद्य सुरक्षा विभाग इस मुद्दे को लेकर गंभीर है। जनस्वास्थ्य से खिलवाड़ करने वालों के विरुद्ध जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई गई है।

जनपदवासियों को चाहिए कि वे भी इस अभियान का हिस्सा बनें और जागरूक नागरिक बनते हुए मिलावट से मुक्त भारत की ओर एक कदम बढ़ाएं।

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