आगरा में नशा मुक्त भारत अभियान, स्कूल हुए ड्रग फ्री
नशा मुक्त भारत अभियान, स्कूल हुए ड्रग फ्री

नशा मुक्त भारत अभियान की पांचवी वर्षगांठ पर आगरा में स्कूल हुए ड्रग फ्री, बच्चों को मिला नशा मुक्ति का संदेश
ब्यूरो चीफ़ – एस. शेरवानी
आगरा, 13 अगस्त 2025 |
नशा मुक्त भारत अभियान के 5 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर मध निषेध विभाग, आगरा ने जिले के विभिन्न विद्यालयों में एक अनोखा जागरूकता अभियान चलाया। इस पहल के तहत पोस्टर प्रतियोगिता, निबंध लेखन, प्रश्नोत्तरी, नुक्कड़ नाटक, जादू शो और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से बच्चों और समुदाय को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में बताया गया।
विद्यालयों में रचनात्मक तरीके से दी गई सीख
अभियान का मुख्य उद्देश्य था— युवाओं को नशे से दूर रखना और उन्हें जीवन में सकारात्मक दिशा देना।
इसके लिए संजय गांधी इंटर कॉलेज, शाहगंज और शंकर देवी इंटर कॉलेज, धांधूपूरा में विशेष कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिनमें:
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पोस्टर प्रतियोगिता – बच्चों ने रंगों और चित्रों के माध्यम से नशा मुक्ति का संदेश दिया।
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निबंध प्रतियोगिता – प्रतिभागियों ने नशे के दुष्प्रभाव और उससे बचने के उपायों पर अपने विचार रखे।
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प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता – नशा मुक्त भारत अभियान से जुड़े तथ्यों और आंकड़ों पर बच्चों ने उत्साह से जवाब दिए।
अधिकारियों के प्रेरक संदेश
कार्यक्रम में आलोक कुमार, क्षेत्रीय मध निषेध अधिकारी, ने बच्चों से कहा,
“अपनी ऊर्जा का इस्तेमाल सही दिशा में करें, नशे से दूरी ही सफलता की कुंजी है।”
वहीं विमल कुमार ने बच्चों को बताया कि किसी भी नशे की शुरुआत को तुरंत “NO” कहकर रोकना चाहिए। उन्होंने मोरल वैल्यू और रिलिजियस फैक्टर को मजबूत करने पर जोर दिया।
उनका कहना था,
“नशा दीमक की तरह है, जो धीरे-धीरे इंसान, परिवार और समाज को खोखला कर देता है।”
स्कूल कैंपस को ड्रग फ्री बनाने का संकल्प
कार्यक्रम में स्कूल के प्रधानाचार्य ने घोषणा की कि:
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अगर कोई छात्र कैंपस में नशा करते हुए किसी अन्य छात्र की सूचना देगा तो उसे ₹100 का इनाम मिलेगा।
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स्कूल को ड्रग फ्री घोषित किया जाएगा और इस दिशा में सख्त निगरानी रखी जाएगी।
बचाव के टिप्स और जीवनशैली सुधार
भूपेश कुमार ने बच्चों को नशे से बचने के लिए कुछ महत्वपूर्ण टिप्स दिए:
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नशे की लत से बचने के लिए खेलकूद, संगीत और पढ़ाई में ध्यान लगाएं।
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नशा करने वाले साथियों से दूरी बनाए रखें।
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परिवार और शिक्षकों के साथ खुलकर बात करें।
जादू शो और नुक्कड़ नाटक से बड़ा असर
नशा मुक्ति संदेश को रोचक बनाने के लिए वैनी सिंह वैदिक विद्यावती इंटर कॉलेज, बालूगंज और प्राथमिक विद्यालय, छिपी टोला में जादू कार्यक्रम आयोजित किए गए।
जादूगर ने अपने ट्रिक्स और अभिनय के जरिए बच्चों को यह समझाया कि नशा किस तरह जीवन को बर्बाद करता है और उससे कैसे बचा जा सकता है।
सामुदायिक स्तर पर जागरूकता
विद्यालयों के अलावा आगरा कैंट क्षेत्र में नुक्कड़ नाटक आयोजित किया गया। इसमें कलाकारों ने साधारण और प्रभावी संवादों के जरिए यह संदेश दिया कि:
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नशा केवल व्यक्ति को नहीं, बल्कि उसके पूरे परिवार को प्रभावित करता है।
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इसे छोड़ना संभव है, अगर इच्छाशक्ति मजबूत हो।
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समाज को मिलकर नशा करने वालों को सही राह पर लाने की जरूरत है।
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नशा मुक्त भारत अभियान की 5 साल की यात्रा
नशा मुक्त भारत अभियान की शुरुआत 2020 में केंद्र सरकार द्वारा की गई थी।
इन 5 वर्षों में:
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लाखों युवाओं को नशा मुक्ति की शपथ दिलाई गई।
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स्कूल, कॉलेज और पंचायत स्तर पर हजारों जागरूकता कार्यक्रम हुए।
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कई जिलों में ड्रग फ्री जोन बनाए गए।
आगरा में भी यह अभियान लगातार सक्रिय रहा है, और इस वर्षगांठ पर एक बार फिर स्कूलों से लेकर समुदाय तक इसका प्रभाव दिखा।
बच्चों के विचार
कार्यक्रम में भाग लेने वाले कई बच्चों ने कहा कि इस तरह की गतिविधियां उन्हें सही रास्ता चुनने की प्रेरणा देती हैं।
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“अब हम दोस्तों को भी समझाएंगे कि नशा सिर्फ नुकसान करता है।” – एक प्रतिभागी छात्रा।
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“जादू शो और नुक्कड़ नाटक ने हमें मजेदार तरीके से सिखाया कि नशे से कैसे बचा जाए।” – एक अन्य छात्र।
आगे की योजना
मध निषेध विभाग ने बताया कि:
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आने वाले महीनों में और स्कूलों को ड्रग फ्री घोषित किया जाएगा।
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सामुदायिक स्तर पर नुक्कड़ नाटक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की संख्या बढ़ाई जाएगी।
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छात्रों के लिए Anti-Drug Clubs की स्थापना की जाएगी।
निष्कर्ष
आगरा में नशा मुक्त भारत अभियान की 5वीं वर्षगांठ का आयोजन केवल एक कार्यक्रम नहीं था, बल्कि यह समाज को नशामुक्त बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम था।
स्कूलों को ड्रग फ्री घोषित करने, छात्रों को पुरस्कार देने और मनोरंजक तरीकों से संदेश पहुंचाने की यह पहल आने वाले समय में निश्चित रूप से एक स्वस्थ और जागरूक पीढ़ी तैयार करेगी।
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