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चंबल नदी में जलस्तर बढ़ा: डीएम व पुलिस आयुक्त ने किया निरीक्षण

चंबल नदी निरीक्षण

चंबल नदी में जलस्तर बढ़ने से बाढ़ का खतरा, जिलाधिकारी एवं अपर पुलिस आयुक्त ने संवेदनशील ग्रामों का किया निरीक्षण

 

रेहा, गौहरा, भटपुरा समेत कई गांवों में मार्ग कटने से टूटा संपर्क, फ्लड PAC व SDRF टीम तैनात

आगरा, 30 जुलाई 2025

एस. शेरवानी (ब्यूरो चीफ़) –

आगरा जनपद में चंबल नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। कोटा बैराज से 3 लाख क्यूसक पानी छोड़े जाने और धौलपुर (राजस्थान) क्षेत्र में भारी वर्षा के कारण चंबल नदी में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो रही है। पिनाहट क्षेत्र में चंबल का जलस्तर 130.50 मीटर पर पहुंच गया है, और सिंचाई विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में यह और बढ़ सकता है।

स्थिति की गंभीरता को देखते हुए जिलाधिकारी आगरा, अपर पुलिस आयुक्त, अपर जिलाधिकारी (वि/रा) शुभांगी शुक्ला, एसडीएम बाह, न्यायिक उपजिलाधिकारी बाह, नायब तहसीलदार, एवं पिनाहट थाना प्रभारी की टीम ने मिलकर ग्राम रेहा, गौहरा, भटपुरा, रानीपुरा, गुढ़ा एवं पुरा भगवान का 30 जुलाई को स्थलीय निरीक्षण किया।

जलभराव से ग्रामीणों का टूटा संपर्क, मार्ग कटने से बंद हुआ आवागमन

निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने पाया कि चंबल नदी के किनारे स्थित कई गांवों के संपर्क मार्ग पूरी तरह कट चुके हैं, जिससे ग्रामीणों का आवागमन बाधित हो गया है। रेहा, गौहरा, भटपुरा, गुढ़ा और रानीपुरा जैसे गांवों में सड़कें जलमग्न होने से जनजीवन प्रभावित हुआ है। कुछ स्थानों पर गांवों का मुख्य मार्ग नदी में समा चुका है, जिससे आपात स्थिति उत्पन्न हो गई है।

चंबल नदी, निरीक्षण

फ्लड PAC व SDRF टीम तैनात, राहत कार्य शुरू

स्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने त्वरित राहत व बचाव कदम उठाए हैं। फ्लड पीएसी (Flood PAC) एवं SDRF (State Disaster Response Force) की टीमें इन प्रभावित गांवों में तैनात कर दी गई हैं, जो आवश्यकता पड़ने पर नौका राहत, सामग्री आपूर्ति एवं बचाव कार्य करेंगे। साथ ही बाढ़ संभावित क्षेत्रों में अलर्ट जारी कर दिया गया है

जिलाधिकारी ने ग्रामीणों से की अपील: जल के समीप न जाएं, सतर्क रहें

जिलाधिकारी आगरा ने ग्रामीणों से अपील करते हुए कहा कि किसी भी हालत में लोग चंबल नदी के किनारे न जाएं, और आवश्यक वस्तुएं ऊंचे स्थानों पर रख लें। उन्होंने बताया कि यदि जलस्तर और बढ़ता है तो बाढ़ शरणालयों में लोगों को सुरक्षित स्थानांतरित किया जाएगा। इसके लिए प्रशासनिक टीम पूरी तरह सतर्क है।

प्रशासन ने दिए निर्देश: मेडिकल, स्वच्छता और पेयजल की समुचित व्यवस्था हो

निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) को निर्देशित किया कि वे प्रभावित क्षेत्रों में मेडिकल टीम, दवाइयां, एंबुलेंस और प्राथमिक उपचार की व्यवस्था तत्काल उपलब्ध कराएं।
खंड विकास अधिकारी (B.D.O.) – बाह, पिनाहट एवं जैतपुर को निर्देशित किया गया कि बाढ़ संभावित ग्रामों में साफ-सफाई, क्लोरीनयुक्त पानी, मोबाइल टॉयलेट और स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।

प्रत्येक विभाग को अपने स्तर से बाढ़ से संबंधित सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए गए हैं।

चंबल नदी, निरीक्षण

बाढ़ नियंत्रण से जुड़ी अन्य व्यवस्थाएं भी सक्रिय

  • राजस्व विभाग की टीमें लगातार भ्रमणशील रहेंगी और गांवों में स्थिति पर नजर रखेंगी।

  • किसी भी आपातकालीन परिस्थिति में तुरंत बाढ़ राहत शिविरों में लोगों को शिफ्ट किया जाएगा

  • सूचना विभाग के माध्यम से ग्रामीणों को लगातार सावधानी और सुरक्षात्मक उपायों की जानकारी दी जा रही है।

  • सिंचाई विभाग द्वारा चंबल नदी जलस्तर पर लगातार निगरानी की जा रही है, जिससे पूर्व चेतावनी समय रहते उपलब्ध कराई जा सके।

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प्रभावित ग्रामों की सूची:

  1. ग्राम रेहा

  2. गौहरा

  3. भटपुरा

  4. रानीपुरा

  5. गुढ़ा

  6. पुरा भगवान

इन सभी ग्रामों में राहत कार्यों की निगरानी प्रशासनिक टीम स्वयं कर रही है।

स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया

ग्राम गौहरा के निवासी रामकिशन सिंह का कहना है, “पिछले दो दिनों से जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है, हम घर से बाहर नहीं निकल पा रहे। प्रशासन की टीम आई है, उम्मीद है मदद मिलेगी।”
ग्राम भटपुरा की सुशीला देवी ने बताया, “बिजली और पीने के पानी की समस्या हो रही है, प्रशासन की तरफ से राहत टीम आई है पर और तेज़ी से मदद पहुंचे यही अपेक्षा है।”

आगे की रणनीति: प्रशासन सतर्क, हर स्तर पर तैयारी

  • बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में निगरानी टीम 24 घंटे एक्टिव रहेंगी।

  • GPS आधारित ट्रैकिंग सिस्टम से राहत सामग्री पहुंचाने की व्यवस्था की जा रही है।

  • जनसंचार माध्यमों द्वारा ग्रामीणों को सतर्क रहने की अपील लगातार की जा रही है।

  • यदि आवश्यकता हुई तो नौका सुविधा, हेलीकॉप्टर से राहत सामग्री वितरण की योजना भी बनाई जा रही है।

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