आत्मा योजना बैठक 2025: किसानों को मिलेगा तकनीकी प्रशिक्षण और यंत्रों पर अनुदान
मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन एजेंसी (आत्मा) व सब मिशन ऑन एग्रीकल्चर एक्सटेंशन (सेम) की गवर्निंग बोर्ड की बैठक संपन्न

आत्मा योजना आगरा बैठक 2025: किसानों की तकनीकी दक्षता बढ़ाने को तैयार प्रशासन, गवर्निंग बोर्ड की बैठक में लिए गए कई अहम निर्णय
आगरा, 25 जुलाई 2025
एस. शेरवानी (ब्यूरो चीफ़) —
कृषि क्षेत्र को तकनीकी रूप से उन्नत बनाने, किसानों की दक्षता को बढ़ाने और योजनाओं के सुचारू क्रियान्वयन को लेकर शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार आगरा में एक महत्वपूर्ण बैठक संपन्न हुई। इस बैठक की अध्यक्षता मुख्य विकास अधिकारी श्रीमती प्रतिभा सिंह ने की।
बैठक का आयोजन कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन एजेंसी (आत्मा) तथा सब मिशन ऑन एग्रीकल्चर एक्सटेंशन (सेम) की गवर्निंग बोर्ड के तहत किया गया। इसमें वर्ष 2025-26 की योजनाओं की समीक्षा, पूर्व बैठकों के अनुपालन की स्थिति और किसानों को दी जाने वाली विभिन्न योजनाओं की अद्यतन जानकारी साझा की गई।
आत्मा योजना: किसानों की शक्ति को विकसित करने का जरिया
मुख्य विकास अधिकारी प्रतिभा सिंह ने बैठक में कहा कि आत्मा योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों की तकनीकी जानकारी को उन्नत बनाना है, जिससे वह अधिक उत्पादन कर सकें और कृषि को लाभ का व्यवसाय बना सकें। इसके लिए प्रशिक्षण, भ्रमण, कृषि अनुसंधान संस्थानों से संपर्क, गोष्ठियों और मेलों का आयोजन किया जाना आवश्यक है।
साल 2025-26 के लिए जो लक्ष्य निर्धारित किए गए हैं, वे इस प्रकार हैं:
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3765 कृषकों को प्रशिक्षण
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1185 कृषकों को भ्रमण (जनपद, राज्य एवं अंतरराज्यीय स्तर पर)
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75 कृषकों को फार्म स्कूल प्रशिक्षण
इन कार्यक्रमों के माध्यम से किसानों को नवीनतम तकनीकों से अवगत कराया जाएगा।
किसान गोष्ठियों और सम्मानों का ज़िक्र
मुख्य विकास अधिकारी ने बैठक में बताया कि पिछले वर्ष 23 दिसंबर को किसान सम्मान दिवस के अवसर पर 38 किसानों को जिला स्तर पर सम्मानित किया गया था। इससे किसानों में उत्साहवर्धन हुआ और तकनीकी नवाचार को अपनाने की प्रेरणा मिली।
इस वित्तीय वर्ष के लिए रबी और खरीफ सीजन में 30 विकासखंडवार गोष्ठियाँ आयोजित करने का लक्ष्य रखा गया है। ये गोष्ठियाँ किसानों को सरकार की योजनाओं, जलवायु परिवर्तन से निपटने की रणनीतियों और उन्नत बीजों के प्रयोग जैसे विषयों पर जागरूक करेंगी।
यंत्रीकरण के लिए कृषि यंत्रों पर अनुदान
बैठक में सब मिशन ऑन एग्रीकल्चरल मैकेनाइजेशन के तहत कृषि यंत्रों पर अनुदान की योजना पर भी चर्चा हुई। वर्ष 2025-26 के लिए तय किए गए लक्ष्यों में निम्नलिखित शामिल हैं:
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374 कृषि रक्षा उपकरण (₹10,000 तक अनुदान योग्य)
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45 रोटावेटर, 15 चाफ कटर, 15 लेज़र लेवलर,
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09 पावर टिलर, 07 पुटैटो प्लांटर, 07 ट्रैक्टर स्प्रेयर मशीन,
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03 कंबाइन हार्वेस्टर
ये सभी यंत्र दर्शन पोर्टल (agridarshan.up.gov.in) पर पंजीकरण के बाद ई-लॉटरी के माध्यम से चयनित किसानों को दिए जाएंगे।
अनुदान दर:
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लघु, सीमांत, महिला, अनुसूचित जाति/जनजाति के कृषकों को 50% अनुदान
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अन्य कृषकों को 40% अनुदान
मिलेट्स (श्री अन्न) को बढ़ावा: स्वास्थ्य और पोषण की दिशा में कदम
बैठक में उत्तर प्रदेश मिलेट्स पुनरोद्धार कार्यक्रम 2025 पर विशेष चर्चा की गई। मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि इस योजना के तहत 9896 किसानों को निःशुल्क मिलेट्स बीज मिनी किट वितरित किए जाएंगे।
मिलेट्स जैसे मोटे अनाज – बाजरा, ज्वार, रागी – को बढ़ावा देकर किसानों की आय बढ़ाई जा सकती है, साथ ही लोगों को पोषक आहार भी मिलेगा। यह कदम केंद्र और राज्य सरकार के पोषण मिशन के अंतर्गत भी काफी महत्त्वपूर्ण है।
प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहन: पर्यावरण के लिए लाभकारी
प्राकृतिक खेती पर भी विचार विमर्श किया गया। नेशनल मिशन ऑन नेचुरल फार्मिंग योजना के तहत जनपद के तीन ब्लॉकों में क्लस्टर स्तर पर योजना चलाई जा रही है:
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जैतपुरकला – 10 क्लस्टर
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जगनेर – 10 क्लस्टर
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खेरागढ़ – 06 क्लस्टर
कुल 1300 हेक्टेयर क्षेत्रफल में इस योजना का क्रियान्वयन किया जा रहा है। इससे रासायनिक खादों की निर्भरता कम होगी और जैविक उत्पादों की मांग को बल मिलेगा।
डिजिटल खेती और नवाचारों की समीक्षा
बैठक में कई नवाचार और योजनाएं भी समीक्षा के केंद्र में रहीं, जैसे:
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विकसित संकल्प अभियान – 2025
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पीएम कुसुम योजना – किसानों को सोलर पंपों हेतु सब्सिडी
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डिजिटल क्रॉप सर्वे (एग्रीस्टेक योजना) – खेतों का डिजिटल नक्शांकन
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त्वरित मक्का विकास कार्यक्रम
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प्रशिक्षित कृषि उद्यमी स्वावलंबन एग्री जक्शन योजना
इन सभी योजनाओं का उद्देश्य किसानों को तकनीक से जोड़ना, उद्यमशीलता को बढ़ावा देना और कृषि को आत्मनिर्भर बनाना है।
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प्रशासन की सक्रियता और सहभागी संस्थाएँ
इस बैठक में जिला प्रशासन और कृषि विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, किसान प्रतिनिधि और एफपीओ (Farmer Producer Organizations) भी उपस्थित रहे। प्रमुख अधिकारियों में शामिल थे:
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मुख्य पशु चिकित्साधिकारी – डॉ. डी.के. पांडेय
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उप निदेशक कृषि – मुकेश कुमार
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जिला कृषि अधिकारी – विनोद कुमार
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जिला उद्यान अधिकारी – बैजनाथ सिंह
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पीडी डीआरडीए – श्रीमती रेनू कुमारी
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बीएसए – जितेन्द्र कुमार गौड़
सभी अधिकारियों ने अपने-अपने विभागों की योजनाओं की जानकारी दी और आगामी कार्यों के लिए रणनीतियाँ साझा कीं।
निष्कर्ष: आत्मा योजना आगरा बैठक 2025 किसानों के लिए बनी उम्मीद की किरण
आत्मा योजना आगरा बैठक 2025 ने यह स्पष्ट कर दिया कि सरकार किसानों को आधुनिक, समृद्ध और आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में तेजी से कार्य कर रही है। चाहे बात मिलेट्स की हो, या प्राकृतिक खेती, डिजिटल सर्वे हो या कृषि यंत्र – प्रशासन की प्राथमिकता किसानों की आमदनी बढ़ाना और तकनीकी सशक्तिकरण है।
जिलास्तर पर योजनाओं की प्रगति और किसानों की सीधी भागीदारी भविष्य में ‘स्मार्ट फार्मिंग’ और ‘हरित क्रांति 2.0’ की ओर बड़ा कदम साबित हो सकती है।
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