जिलाधिकारी की अध्यक्षता में तहसील सदर में संपूर्ण समाधान दिवस 2025 हुआ सम्पन्न
संपूर्ण समाधान दिवस आगरा 2025

डीएम अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने सुनी 135 शिकायतें, 14 का मौके पर निस्तारण
एस. शेरवानी (ब्यूरो चीफ़) –
आगरा, 19 जुलाई 2025
जनपद आगरा में शासन की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन आज तहसील सदर में जिलाधिकारी अरविंद मल्लप्पा बंगारी की अध्यक्षता में संपन्न हुआ।
इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य आमजन की शिकायतों को सुनना और उनका गुणवत्तापूर्ण व समयबद्ध समाधान सुनिश्चित करना रहा।
जन समस्याओं के समाधान की पहल
जैसे ही समाधान दिवस की शुरुआत हुई, जिलाधिकारी ने पूरी संवेदनशीलता के साथ जनसामान्य की शिकायतों को सुना। कुल 135 शिकायतें दर्ज की गईं, जिनमें 14 मामलों का निस्तारण तत्काल मौके पर ही करवा दिया गया। शेष शिकायतों को संबंधित विभागों को सौंपते हुए डीएम ने निर्देश दिए कि हर आवेदन पर गंभीरता और संवेदनशीलता से कार्यवाही हो।
जिलाधिकारी ने अधिकारियों को स्पष्ट शब्दों में कहा,
“समाधान दिवस केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि यह आमजन की उम्मीदों से जुड़ा कार्यक्रम है। इसका उद्देश्य है – हर समस्या का प्रभावी, सटीक और स्थायी समाधान।”
प्राथमिकताएं तय – पेंशन, बिजली, पानी, सड़क
जिलाधिकारी ने सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि पेंशन, सड़क, पानी, बिजली और राशन जैसी मूलभूत सेवाओं से जुड़ी समस्याओं को प्राथमिकता पर लें।
उन्होंने जोर देकर कहा कि संबंधित अधिकारी शिकायतकर्ता से पहले फोन पर संपर्क करें, फिर मौके पर जाकर जांच करें और तत्परता से निस्तारण करें।
उन्होंने स्पष्ट किया कि समस्या का समाधान होने के बाद शिकायतकर्ता को सूचना देना अनिवार्य है ताकि उसे पता चल सके कि उसकी समस्या का समाधान हुआ या नहीं। साथ ही, शिकायत के निस्तारण की विस्तृत रिपोर्ट पोर्टल पर अपलोड की जाए।
शिकायतों का विभागवार विवरण
इस संपूर्ण समाधान दिवस में जो शिकायतें प्राप्त हुईं, वे मुख्य रूप से निम्न विभागों से जुड़ी थीं:
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राजस्व विभाग: 42 शिकायतें
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पुलिस विभाग: 23 शिकायतें
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नगर निगम: 14 शिकायतें
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विद्युत विभाग: 08 शिकायतें
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विकास खंड स्तर: 06 शिकायतें
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अन्य विभाग: 42 शिकायतें (जिनमें शिक्षा, समाज कल्याण, स्वास्थ्य, डूडा, कृषि, उप निबंधक, डीएफओ, पंचायत राज, आदि शामिल हैं)
ज्यादातर शिकायतें भूमि विवाद, नाली निर्माण, चकरोड पर अतिक्रमण, पेंशन ना मिलना, राशन कार्ड में त्रुटियां, बिजली बिल की समस्या, अवैध निर्माण जैसी मूलभूत समस्याओं से जुड़ी थीं।
समाधान प्रक्रिया में पारदर्शिता और संवेदनशीलता पर बल
जिलाधिकारी ने इस दौरान अधिकारियों को प्रेरित करते हुए कहा कि जनप्रतिनिधियों और अफसरों को आम जनता के विश्वास को बनाए रखना होगा।
“हर शिकायत को सिर्फ एक फॉर्मल प्रक्रिया के रूप में ना लें, बल्कि उसे एक व्यक्ति की पीड़ा और उम्मीद के रूप में देखें।”
उन्होंने अधिकारियों को चेताया कि यदि किसी शिकायत को अनदेखा किया गया या समय पर निस्तारण नहीं हुआ, तो उसकी जिम्मेदारी संबंधित विभाग पर होगी।
आईजीआरएस पोर्टल की भूमिका
डीएम ने विशेष रूप से आईजीआरएस पोर्टल (UP IGRS Portal) पर आने वाली शिकायतों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि समाधान दिवस के साथ-साथ पोर्टल पर दर्ज शिकायतों का भी त्वरित निस्तारण होना चाहिए।
उन्होंने यह भी निर्देशित किया कि शिकायतों को ‘Dispose’ करते समय उसका स्थलीय सत्यापन और समाधान आख्या के साथ फॉलोअप ज़रूरी है।
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उपस्थित अधिकारीगण
इस समाधान दिवस में जिले के कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे, जिनमें मुख्य रूप से:
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मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. अरुण श्रीवास्तव
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एसडीएम सदर सचिन राजपूत
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तहसीलदार मांधाता प्रताप सिंह
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उपायुक्त मनरेगा रामायण यादव
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जिला पंचायत राज अधिकारी मनीष कुमार
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उप निदेशक कृषि मुकेश कुमार
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बीएसए जितेन्द्र कुमार गौड़
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और अन्य विभागीय अधिकारीगण उपस्थित थे।
समापन – जन सेवा का संकल्प
कार्यक्रम के समापन पर जिलाधिकारी ने फिर से दोहराया कि जनता की शिकायतों का निस्तारण केवल एक जिम्मेदारी नहीं, बल्कि सेवा भावना से जुड़ा हुआ कार्य है।
उन्होंने कहा,
“हमारा उद्देश्य एक ऐसा प्रशासन देना है जो हर नागरिक को सुना जाए, समझा जाए और उसकी समस्या का समाधान उसे महसूस भी हो।”
निष्कर्ष
इस संपूर्ण समाधान दिवस में जनता, प्रशासन और सेवा भाव का जो समागम देखा गया, वह निश्चय ही भविष्य में जनविश्वास को और मज़बूत करेगा।
जिलाधिकारी अरविंद मल्लप्पा बंगारी के नेतृत्व में इस आयोजन ने “सरल प्रशासन, सक्षम समाधान” की परिकल्पना को धरातल पर उतारा है।
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