AGRA- राधा-माधव का प्रेम आत्मा और परमात्मा का मिलन

🔸तीन दिवसीय श्री राधा माधव रसामृत कथा का गुरुवार को हुआ समापन
🌍एस. शेरवानी (ब्यूरो चीफ़) –
आगरा। विश्व मंगल परिवार सेवा संस्थान की ओर से लोहामंडी स्थित महाराजा अग्रसेन भवन में हल रही श्री राधा माधव रसामृत कथा का तीसर दिन गुरुवार को समापन किया गया। व्यासपीठ से देवी महेश्वरी श्रीजी ने कहा कि राधा-माधव का प्रेम आत्मा और परमात्मा के मिलन की कथा है, जहां प्रेम ही साधना है, प्रेम ही आराधना है और प्रेम ही मुक्ति है। यह एक आध्यात्मिक यात्रा है, जिसमें ‘मैं’ का विलय ‘तू’ में हो जाता है। जो प्रेम संसारिक बंधनों से परे है जिसमें न अपेक्षा है, न स्वार्थ; केवल समर्पण है और विरह की मधुर वेदना।
कथा मर्मज्ञ देवी महेश्वरी श्रीजी न कहा कि जब राधा माता का जन्म हुआ था तब वह कमल के फूल में थी। उसके बाद उन्होंने ग्यारह महीने तक अपनी आंखें नहीं खोली थीं। जब वह नंद महाराज के घर गई थी तो वहां पर कृष्ण जी का चेहरा देख कर ही अपनी आंखे खोली थीं। राधा रानी सरकार कि 8 निजी सखियों में ललिता और विशाखा मुख्य सखी थी। राधा का प्रेम पूर्ण समर्पण का प्रतीक है। वह जानती हैं कि माधव केवल उनके नहीं हैं, फिर भी उनका अंतर्मन केवल माधव में ही रम जाता है। वह हर क्षण, हर सांस में केवल माधव को अनुभव करती हैं।
कथा वाचक देवी महेश्वरी श्रीजी ने श्रद्धालुओं से कहा कि जब आपकी भक्ति गोपिकाओ जैसी हो जाएगी तो आपका प्रियतम ईश्वर आपसे मिलने जरूर आएगा। ब्रह्म को भाव और प्रेम से मलतब है। लाड़ली जी के लाडो भाव को समझोगे तो गुदगुदाहट तो जरूर होगी। मिश्री से मीठो नाम हरी राधा रानी का.., पत्ता-पत्ता बोले ब्रज में राधा-राधा.. और कृष्ण प्रेम मई राधा.. राधा प्रेम मयो हरि भजनो पर महिला व पुरुष श्रद्धालु अपने को थिरकने से रोक न सके। पूरा अग्रसेन भवन राधे-रानी की जय-जयकार के उदघोष गूंज उठा।
कथा के मुख्य यजमान किशोर तिवारी एवं करुणा तिवारी है। दैनिक यजमान राजेश चतुर्वेदी व सीमा चतुर्वेदी, निर्विकार सिंघल व शलभा सिंघल और डॉ. रामकैलाश यादव व हेमलता यादव रहे। कथा विश्राम आरती दिव्य प्रेम सेवा मिशन हरिद्वार के अध्यक्ष डॉ. आशीष गौतम, भाजपा क्षेत्रीय अध्यक्ष दुर्गाविजय सिंह शाक्य, कथा के अध्यक्ष वीरेंद्र अग्रवाल, भाजपा महानगर अध्यक्ष राजकुमार गुप्त के साथ संस्था के पदाधिकारियों ने की। इस अवसर पर अध्यक्ष वीरेन्द्र अग्रवाल, महामंत्री अजय गोयल, कोषाध्यक्ष कालीचरण गोयल, लालता प्रसाद सारस्वत, राजेश चतुर्वेदी, गौरव बंसल, अजेंद्र चौहान, पवन चौधरी, राहुल जैन, तेजपाल, सतेंद्र आदि मौजूद रहे। मंच संचालन प्रतिभा जिंदल ने किया।