
ई-लॉटरी से मिलेगा किसानों को अनुदान पर कृषि यंत्र, 8 अगस्त को विकास भवन में करें प्रतिभाग
एस. शेरवानी (ब्यूरो चीफ़)-
आगरा, 06 अगस्त 2025
खेती को आधुनिक बनाने और किसानों की मेहनत को आसान करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार लगातार नई योजनाएं लागू कर रही है। इन्हीं प्रयासों की कड़ी में कृषि यंत्रों की अनुदान योजना किसानों के बीच अत्यधिक लोकप्रिय हो रही है। लेकिन जब लाभार्थियों की संख्या तय लक्ष्य से ज्यादा हो जाती है, तब सरकार ई-लॉटरी प्रक्रिया के ज़रिए निष्पक्ष चयन सुनिश्चित करती है।
इसी उद्देश्य से, आगरा जनपद के किसानों के लिए एक बड़ी सूचना सामने आई है। जिन किसानों ने वर्ष 2025-26 में कृषि यंत्रों या स्माल गोदाम के लिए बुकिंग की है और जिनका टोकन अभी तक कन्फर्म नहीं हुआ, उनके लिए अब मौका है कि वे ई-लॉटरी में भाग लेकर इस योजना का लाभ उठाएं।
8 अगस्त को होगा ई-लॉटरी का आयोजन
उप कृषि निदेशक मुकेश कुमार ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2025-26 में कृषि विभाग द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत किसानों ने रु. 10,000 से अधिक अनुदान वाले कृषि यंत्रों के लिए बुकिंग की थी। लेकिन लक्ष्य से अधिक बुकिंग हो जाने के कारण सभी किसानों के टोकन तत्काल कन्फर्म नहीं हो पाए।
ऐसे में सरकार की ओर से निष्पक्ष और पारदर्शी प्रक्रिया के तहत ई-लॉटरी आयोजित की जाएगी। यह ई-लॉटरी 8 अगस्त 2025 (गुरुवार) को दोपहर 12:30 बजे से, विकास भवन सभागार, संजय पैलेस, आगरा में आयोजित की जाएगी।
इस प्रक्रिया की निगरानी जिलाधिकारी महोदय की अध्यक्षता में गठित जिलास्तरीय समिति द्वारा की जाएगी ताकि प्रक्रिया पारदर्शी और निष्पक्ष तरीके से सम्पन्न हो।
किसान कैसे लें भाग?
उप कृषि निदेशक ने स्पष्ट किया कि जिन किसानों ने पोर्टल पर कृषि यंत्रों की बुकिंग की है और उनका टोकन कन्फर्म नहीं हुआ है, वे सभी किसान इस ई-लॉटरी में भाग ले सकते हैं। इसके लिए उन्हें निर्धारित तिथि और समय पर विकास भवन सभागार पहुंचना होगा।
यह ई-लॉटरी न केवल अनुदान पाने वाले किसानों के चयन में मदद करेगी, बल्कि यह भी सुनिश्चित करेगी कि योजनाओं का लाभ वास्तविक और योग्य किसानों तक ही पहुंचे।
क्यों जरूरी है यह प्रक्रिया?
सरकार द्वारा किसानों को कृषि यंत्रों पर भारी अनुदान दिया जाता है, जिससे उनकी खेती में लगने वाला समय, श्रम और लागत कम हो सके। लेकिन सीमित बजट और संसाधनों के कारण सभी बुकिंग को एक साथ मंजूरी देना संभव नहीं होता।
ऐसे में ई-लॉटरी प्रक्रिया एक तकनीकी और पारदर्शी समाधान के रूप में सामने आती है, जिसमें बिना किसी पक्षपात या मानवीय हस्तक्षेप के चयन होता है।
कृषि यंत्रों की भूमिका
आज की खेती में आधुनिक कृषि यंत्रों का उपयोग अनिवार्य होता जा रहा है। ट्रैक्टर चलित रोटावेटर, मल्चर, पावर टिलर, थ्रेशर, बीज ड्रिल, सोलर स्प्रेयर आदि यंत्र खेतों की उपज बढ़ाने, समय की बचत करने और लागत को घटाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
सरकार द्वारा दिए जाने वाले 50% तक के अनुदान से ये यंत्र अब छोटे और मझोले किसानों की पहुंच में आ गए हैं। यही कारण है कि हर साल लाखों किसान इन योजनाओं में भाग लेते हैं।
विकास भवन में जुटेगी उम्मीद
8 अगस्त को आगरा के विकास भवन में आयोजित यह ई-लॉटरी प्रक्रिया न केवल एक प्रशासनिक कार्यक्रम है, बल्कि किसानों की उम्मीदों का केंद्र भी है।
इस आयोजन में किसानों की बड़ी भागीदारी की संभावना है, जो यह साबित करती है कि सरकार की योजनाएं अब गांव-गांव तक पहुंच रही हैं और किसानों को उनमें विश्वास भी है।
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क्या साथ लाएं किसान?
ई-लॉटरी में भाग लेने आ रहे किसानों को कुछ जरूरी दस्तावेज साथ लाने की सलाह दी गई है:
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आधार कार्ड
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बुकिंग की पावती/टोकन नंबर
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जमीन के कागज़ात (यदि आवश्यक हो)
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मोबाइल नंबर जिससे बुकिंग की गई
यद्यपि यह प्रक्रिया तकनीकी रूप से कम्प्यूटर आधारित होगी, फिर भी उपस्थित रहना लाभदायक होगा क्योंकि मौके पर चयन और आवश्यक निर्देश मिलते हैं।
सहायता और जानकारी के लिए कहां संपर्क करें?
किसान भाई किसी भी प्रकार की जानकारी या सहायता के लिए कृषि विभाग, जिला कृषि कार्यालय, आगरा से संपर्क कर सकते हैं या विभागीय पोर्टल पर लॉगिन कर अपने आवेदन की स्थिति भी देख सकते हैं।
किसानों के लिए संदेश
उप कृषि निदेशक मुकेश कुमार ने अंत में सभी किसानों से अपील की कि वे सरकार की योजनाओं का लाभ उठाएं और समय पर लॉटरी प्रक्रिया में भाग लें। उन्होंने यह भी कहा कि यदि किसी किसान को किसी प्रकार की असुविधा हो रही हो तो वह सीधे कार्यालय में संपर्क करे।
निष्कर्ष
आगरा के किसानों के लिए यह एक सुनहरा अवसर है। यदि आपने कृषि यंत्रों या गोदाम निर्माण के लिए आवेदन किया है, और अब तक टोकन कन्फर्म नहीं हुआ, तो 8 अगस्त को आयोजित ई-लॉटरी में भाग लेना न भूलें। यह न केवल आपको अनुदान दिला सकता है, बल्कि आपकी खेती की दिशा भी बदल सकता है।
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