🌍 एस. शेरवानी (ब्यूरो चीफ)-
आगरा /बाह। बारिश और आंधी के बाद रविवार को एक बार फिर सूरज के तेवर तल्ख हुए तो चंबल में चीतल छांव की तलाश करते हुए दिखे। चंबल नदी की बाह रेंज में राजस्थान बॉर्डर से सटे रेहा, मंसुखपुरा, अनुरुद्ध पुरा, कएड़ी, गढ़ी टिडावली, समोनापापरी नागर तक काले और चितकबरे हिरन बड़ी तादाद में देखने को मिलते हैं, जबकि इटावा से सटे उदयपुर खुर्द, कोरथ, नावली, मऊ तक सांभर की मौजूदगी रहती है। रविवार को पहली बार नंदगवां क्षेत्र में चीतल का झुंड देखने को मिला। रेंजर उदय प्रताप सिंह ने बताया कि सूरज के तेवर तल्ख होने से बेचैन हुए चीतल काझुंड छांव की तलाश में भटकता दिखा। उन्होंने बताया कि चंबल नदी के किनारे के 38 गांवों के लोगों को काले चितकबरे हिरनों के लिए संरक्षण के लिए जागरुक एवं प्रेरित किया जाता है। नतीजतन लोग गर्मी के दिनों में बीहड़ किनारे के गांवों में हिरनों के लिए छाया और पानी का प्रबंध करते हैं।