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विशाल शिल्पकार अधिकार सम्मेलन में पहुँचे मंत्री डॉ. संजय कुमार निषाद

विशाल शिल्पकार अधिकार सम्मेलन

विशाल शिल्पकार अधिकार सम्मेलन में पहुँचे मंत्री डॉ. संजय कुमार निषाद

एस. शेरवानी (ब्यूरो चीफ़) – 
आगरा। जनपद आगरा में प्रजापति समाज द्वारा “दलित शोषित पिछड़ा वर्ग अधिकार दल” के बैनर तले आयोजित “विशाल शिल्पकार अधिकार सम्मेलन” में उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री, मत्स्य विकास विभाग व निषाद पार्टी- राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. संजय कुमार निषाद मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। कार्यक्रम में सैकड़ों की संख्या में समाज के प्रतिनिधि, युवा, माताएं और बुजुर्ग उपस्थित हुए।
मंत्री डॉ. संजय निषाद ने अपने संबोधन में कहा: *“प्रजापति और निषाद समाज दशकों से एक जैसी ऐतिहासिक उपेक्षा का शिकार रहा है।
विशाल शिल्पकार अधिकार
1961 की जनगणना मैन्युअल में इन समाजों को अनुसूचित जाति में दर्ज किया गया था, किंतु पूर्व की सरकारों ने धोखे से इन्हें पिछड़े वर्ग में डाल दिया, जिससे यह समाज आरक्षण और अधिकारों से वंचित हो गया।”
उन्होंने यह भी कहा कि “अब समाज केवल मजदूरी नहीं करेगा, बल्कि नेतृत्व भी करेगा। जिसने देश को बनाया है, अब वही समाज देश की नीतियाँ बनाएगा।”

निम्न माँगें

इस कार्यक्रम में दलित शोषित पिछड़ा वर्ग अधिकार दल के राष्ट्रीय पदाधिकारियों ने निम्न माँगें दोहराईं:
•1961 की जनगणना मैन्युअल के आधार पर अनुसूचित जाति का दर्जा बहाल किया जाए।
•प्रजापति, निषाद, कश्यप, बिंद, सागर, मल्लाह आदि समाजों को राजनीतिक प्रतिनिधित्व और सुनिश्चित हिस्सेदारी दी जाए।
•राज्य और केंद्र सरकार की सभी योजनाओं का लाभ बिना भेदभाव के पहुँचाया जाए।
•समाज की राजनीतिक हिस्सेदारी को बढ़ाने के लिए सभी संवैधानिक रास्तों से लड़ाई जारी रहेगी।
उन्होंने कहा की “आपका और अपने समाज का दर्द मैं जानता हूँ…” मुझे यह कहने में संकोच नहीं कि उत्तर प्रदेश में मुझसे पहले भी मत्स्य मंत्री रहे, परंतु तब केवल एकमात्र योजना मत्स्य पालक विकास योजना के सहारे मछुआ समाज को आगे बढ़ाने का प्रयास किया गया। जब मैंने मंत्री पद की ज़िम्मेदारी संभाली, तब मेरे सामने सबसे बड़ा लक्ष्य था – मछुआ समुदाय को मुख्यधारा से जोड़ना और उनके जीवन में ठोस परिवर्तन लाना।आज मुझे गर्व है कि प्रदेश में *मछुआ समाज के लिए अनेक योजनाएँ संचालित की जा रही हैं, जिनका लाभ हज़ारों परिवारों तक पहुँच रहा है।

योजनाएँ संचालित

1. प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना
2. मुख्यमंत्री मत्स्य संपदा योजना
3. मछुआ दुर्घटना बीमा योजना
4. किसान क्रेडिट कार्ड (मत्स्य पालन क्षेत्र हेतु)
5. सघन मत्स्य पालन एरियेशन सिस्टम
6. निषाद राज बोट योजना
7. माता सुकेता केज सिस्टम
8. मत्स्य पालक कल्याण कोष (शिक्षा, चिकित्सा, आवास, विवाह, दैवीय आपदा एवं अन्य) सहित विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का संचालन किया जा रहा है।
यह बदलाव केवल योजनाओं का नहीं है, यह बदलाव मछुआ समाज की सोच, सम्मान और सशक्तिकरण का है। मेरा संकल्प है कि जब तक एक भी मछुआ परिवार पिछड़ा हुआ है, तब तक हमारी योजनाएँ और हमारी मेहनत रुकेगी नहीं। “आपके दर्द को मैंने अपना कर्तव्य बना लिया है।” समाज को दिया आत्मबल और संगठन का संदेश:-
 “अब हमारा समाज वोट बैंक नहीं, सत्ता भागीदार बनेगा। जिसे वर्षों तक गुमनाम रखा गया, अब वह समाज खुद को नेतृत्व में लाएगा।”
श्री गिरीश प्रजापति (राष्ट्रीय महासचिव) ने घोषणा की कि अगर समाज को उनका हक नहीं मिला तो देशव्यापी संघर्ष शुरू किया जाएगा।
विशाल शिल्पकार अधिकार

कार्यक्रम में उपस्थित

कार्यक्रम में श्री दिनेश प्रजापति (राष्ट्रीय अध्यक्ष, D.S.P.), कमलेश प्रजापति, नीलकंठ प्रजापति, विजय दत्त प्रजापति सहित अनेक प्रदेश स्तरीय पदाधिकारी उपस्थित रहे.
-HINDI DAINIK SAMACHAR

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