आगराइंडियाउत्तर प्रदेश
जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिला स्वच्छता समिति की समीक्षा बैठक हुई सम्पन्न
Breaking

जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिला स्वच्छता समिति की समीक्षा बैठक हुई सम्पन्न
आगरा-18.07.2025
एस. शेरवानी (ब्यूरो चीफ़) –
आगरा। जिलाधिकारी अरविन्द मल्लप्पा बंगारी की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार पर स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) योजनान्तर्गत जिला स्वच्छता समिति की समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई।
बैठक में सर्वप्रथम स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) फेज-2 योजनान्तर्गत वित्तीय वर्ष 2024-25 के अन्तर्गत आय व्यय का लेखा जोखा रखा गया, जिसमें बताया गया कि कुल उपलब्ध धनराशि 766731431 में से 425024288 धनराशि का व्यय किया गया है तथा 442418675 धनराशि अवशेष है।
बैठक में स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण-2025 पर चर्चा की गई, जिसमें बताया गया कि ग्रामीण आबादी का 20 प्रतिशत सिटीजन फीडबैक प्राप्त किया जाना है, जिसमें लगभग 19 हजार सिटीजन फीडबैक प्राप्त हुआ है, जिलाधिकारी ने सिटीजन फीडबैक प्राप्त करने हेतु जनपद की 690 ग्राम पंचायतों में ग्राम प्रधान और एडीओ पंचायत, ग्राम सचिव व अन्य के माध्यम से अधिकाधिक सिटीजन फीडबैक प्राप्त करने हेतु प्रचार प्रसार करने के निर्देश दिए।
बैठक में व्यक्तिगत शौचालय निर्माण की समीक्षा की गई, जिसमें बताया गया कि वित्तीय वर्ष 2025-26 हेतु व्यक्तिगत शौचालय के मिले लक्ष्य 22116 के सापेक्ष 14975 चिन्हित लाभार्थियों को प्रोत्साहन धनराशि की क्रेडिट लिमिट जारी करने हेतु मिशन निदेशक को प्रस्ताव प्रेषित किया गया है तथा 3005 व्यक्तिगत शौचालयों के निर्माण हेतु धनराशि निर्गत की गई है, जिसमें से 2906 का निर्माण पूर्ण कर जिओ टैग पूर्ण कर लिया गया है, जिलाधिकारी ने सभी पात्र लाभार्थियों को चिन्हित कर पंचायत सहायकों को प्रशिक्षित कर उनके माध्यम से आवेदन कराने के निर्देश दिए।

प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट यूनिट
बैठक में ग्राम पंचायतों में कचरा प्रबंधन हेतु आरआरसी, प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट यूनिट के निर्माण की समीक्षा की गई, जिसमें बताया गया कि वित्तीय वर्ष 2025-26 में 03 प्लास्टिक प्रबंधन यूनिट का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, उक्त लक्ष्य के सापेक्ष 07 विकास खण्डों से प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं, जिलाधिकारी ने सर्वप्रथम अत्यधिक कचरा उत्पन्न करने वाली, बड़ी आबादी की आवश्यकताओं के सापेक्ष ग्राम पंचायतों को चिन्हित कर आरआरसी प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट यूनिट की स्थापना कराये जाने के निर्देश दिए। बैठक में जनपद की ऐसी ग्राम पंचायतों जिनमें जल भराव की समस्या उत्पन्न हो रही है में जल भराव वाले स्थलों, ओवर फ्लो तालाबों को चिन्हित करने के निर्देश दिए तथा वहां जल निकासी हेतु एडीओ पंचायत व पंचायत सचिव द्वारा नियमित मानीटरिंग करने, फील्ड में रहने तथा जल निकासी हेतु उचित प्रबन्ध करने एवं वर्षा के पूर्व ही जल भराव को रोकने के उपाय सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। बैठक में फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लान्ट (एफएसटीपी) की समीक्षा की गई, जिसमें बताया गया कि (एफएसटीपी) की स्थापना हेतु एक एकड़ भूमि, आबादी से न्यूनतम 250 से 500 मीटर की दूरी, सुगम पहुंच मार्ग, व ऐसे स्थलों का चयन किया जाना है, जहां अधिक से अधिक आबादी को आच्छादित किया जा सके की स्थापना की जानी है, जिलाधिकारी ने फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लान्ट (एफएसटीपी) की स्थापना हेतु उपरोक्त मानकों के अनुसार भूमि चयन करने के निर्देश दिए।

बैठक में मौजूद
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी श्रीमती प्रतिभा सिंह, मुख्य कोषाधिकारी श्रीमती रीता सचान, पीडीडीआरडीए श्रीमती रेनू कुमारी, जिला सूचना अधिकारी शैलेन्द्र कुमार शर्मा, बीएसए जितेन्द्र कुमार गौड़, जिला समाज कल्याण अधिकारी जीआर प्रजापति, जिला कार्यक्रम अधिकारी मनोज मौर्य, जिला पंचायतराज अधिकारी मनीष कुमार, ब्लाक प्रमुख बरौली अहीर उत्तम सिंह सहित ब्लॉक प्रमुख व ग्राम प्रधान आदि मौजूद रहे.
CHECK ALSO:
http://ग्रामीण तबके के युवाओं को गांव में ही मिलेगी डिजिटल लाइब्रेरी की सुविधा